-साल 5 मई 2023 से 2024 तक मनाएंगे रजत जयंती वर्ष-इंद्रेश जी के मार्गदर्शन में काम कर रहा है भारत-तिब्बत सहयोग मंच गुरुग्राम। भारत-तिब्बत सहयोग मंच का स्थापना दिवस गुरुवार को गुरुग्राम में भी मनाया गया। इस दौरान शिव मंदिरों में मंच के सदस्यों, पदाधिकारियों ने पूजन करके संकल्प लिया। मंच के हरियाणा प्रान्त अध्यक्ष अमित गोयल के अनुसार गुरुग्राम के अलावा हरियाणा के अन्य जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। अमित गोयल ने कहा कि भारत तिब्बत सहयोग मंच के संरक्षक इंद्रेश जी, राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल और राष्ट्रीय मन्त्री प्रमोद गोयल के मार्गदर्शन में मंच से जुड़े सदस्य लगातार काम कर रहे हैं। गुरुवार को स्थापना दिवस के अवसर पर मंदिरों में भोले बाबा का पूजन करके शिव पुराण वितरित करने का ध्येय यही रहा कि हम सब भोले बाबा की स्तुति करके उनसे मानसरोवर की मुक्ति की प्रार्थना करें। इस दौरान निशांत अहलावत, युद्धिष्ठिर कौशिक, शारदा शर्मा, प्रतीक यादव, गिरीश सिंगला, नमन गोयल समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अमित गोयल ने कहा कि बीती 16-17 अप्रैल 2022 को लनखऊ में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय हुआ था कि हरियाणा के सभी 22 जिलों में सक्रिय टीम तैयार की जाएगी। तवांग तीर्थ यात्रा में हरियाणा प्रांत के सभी जिलों की सहभागिता होनी चाहिए। प्रदेश में सक्रिय और जुझारू टीम तैयार की जा रही है। जहां भी दायित्व दिया जा चुका है, वहां पर गुरुवार को मंदिरों में पूजन किया गया। मंदिरों में आने वाले लोगों को शिव पुराण की पुस्तकें भेंट की गई। उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर तक रास्ता जल्द बने, इसकी कामना भी भोले बाबा से की गई। उन्होंने बताया कि अगले साल यानी 5 मई 2023 से 5 मई 2024 तक भारत-तिब्बत सहयोग मंच का रजत जयंती वर्ष मनाया जाएगा। मंच की स्थापना 5 मई 1999 को हुई थी। तब तक देशभर में 500 जिलों एवं विश्व के 10 देशों तक अपने काम को ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा पर्यावरण की रक्षा एवं देखभाल के लिए कम से कम एक लाख नए वृक्ष लगाने का भी लक्ष्य रखा है। इंद्रेश जी, पंकज गोयल जी और प्रमोद गोयल जी के मार्गदर्शन में हरियाणा की टीम काम करके मानसरोवर की मुक्ति समेत सभी आंदोलनों को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाएगी। Post navigation सेक्टर-9ए में 13 मई की मुख्यमंत्री की जनसभा स्थगित हायर ऑटोरिक्शा में 30 जून तक लगवा लें किराया मीटर, इम्पाउंड किए जाएंगे बिना मीटर वाले ऑटोरिक्शा: डीसी गुरुग्राम