चरखी दादरी जयवीर फोगाट,

02 मई, जिले में बीते दिनों के दौरान चोरी की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। बेखौफ चोर घरों व दुकानों में सेंध लगाकर नकदी व जेवरात की चोरी कर चुके है। इसके अलावा सरसों चोरी की घटना भी सामने आई थी। लेकिन अब जो चोरी की घटना सामने आई है। वो इन सबसे अलग है। जिले के बाढड़ा उपमंडल के गांव बिलावल से बोलेरो सवार लोगों द्वारा सड़क किनारे चर रही बकरी को वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस टीम के सामने से चोरी करने का मामला सामने आया है। चरवाहे द्वारा डायल 112 नंबर टीम व नजदीकी अटेला कलां पुलिस चौकी से भी मदद की गुहार लगाई गई। लेकिन उसकी बकरी नहीं मिल पाई है।

आपको यहां ये भी बता दे कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला बाढड़ा से विधायक हैं जिसके चलते लोगों को क्षेत्र में इस प्रकार की चोरी की घटनाओं की उम्मीद नहीं है। वहीं दादरी जिले में सामने आई चोरी की घटनाओं को लेकर ग्रामीण उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व हल्का विधायक नैना चौटाला दोनों से मिलकर इस पर अंकुश लगाने की गुहार लगा चुके है। लेकिन चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व में जो चोरी की घटनाएं सामने आई थी वो अधिकांश रात के समय अंजाम दी गई थी। लेकिन अब जो बकरी चोरी की घटना सामने आई है इसे रात के समय या किसी लिंक रोड़ पर नहीं बल्कि दिनदहाड़े पुलिस के सामने नेशनल हाइवे 334 बी पर अंजाम दिया गया है।

भले ही पुलिस इसे महज एक बकरी चोरी की घटना मानकर गंभीरता से ना ले रही हो लेकिन जिस प्रकार चोरों ने घटना को अंजाम दिया है वो पुलिस व सरकार के सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलने को काफी है। चोरी की ये घटना लाखों रुपये की तो नहीं है लेकिन घटना के बारे सुनने के बाद लोग बेखौफ चोरों के हौंसले को देखकर नेशनल हाइवे पर चलना भी सुरक्षित नहीं मान रहे है और उनमें भय का माहौल बना हुआ है। वहीं गरीब चरवाहे के लिए भी यह मानसिक व आर्थिक चोट पहुंचाने वाली घटना है। जब हमने गांव बिलावल निवासी राजेंद्र से बात की तो उसने बताया कि उसका छोटा भाई बाढड़ा-दादरी सड़क मार्ग के साथ में खाली पड़ी जगह में भेड़-बकरियां चरा रहा था। उसी दौरान एक बकरी झूंड से अलग हो गई थी। करीब सौ मीटर आगे जाने के बाद जब उसे बकरी पीछे रह जाने का पता चला। तो वह बकरी को ढूंढते हुए पिचौपा मोड़ के समीप पहुंचा और वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस टीम से बकरी के बारे में पूछा।

पुलिस टीम ने उसे बताया कि एक बोलेरो गाड़ी वाले बकरी को अपनी बताकर उठा ले गए। जो दादरी की तरफ गए हैं। जिसके बाद उसने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर घटना की पूरी जानकारी दी। डायल 112 टीम सूचना के दस मिनट बाद मौके पर तो पहुंच गई थी। लेकिन बकरी बरामद नहीं हो पाई। जिसके बाद पीड़ित अटेला पुलिस चौकी पहुंचा और उसने पुलिस से बकरी बरामद करने की गुहार लगाई।

बकरी चोरी की घटना से इस बात का अंदाजा तो आसानी से लगाया जा सकता है। कि चोरों में पुलिस का कितना खौफ है। पुलिस सुरक्षा को ठेंगा दिखाकर चोर वारदातों को अंजाम दे जाते हैं और लोग पुलिस थानों के चक्कर लगाकर गुहार लगाते रहते हैं। गांव बिलावल निवासी गरीब चरवाहे ने भी पुलिस से उसकी बकरी बरामद करने की गुहार लगाई है। अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस चरवाहे की बकरी बरामद करने में सफल हो पाती है या फिर चरवाहे को ये नुकसान भुगतना पड़ेगा।

अटेला चौकी इंचार्ज जयवीर ग्रेवाल ने बताया कि बकरी चोरी के मामले में एक शिकायत मिली है जिसको लेकर हमने अज्ञात बोलेरो सवार लोगो के खिलाफ सम्बन्धित धाराओ के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।