चंडीगढ़ – हरियाणा में यंग इंडिया के बोल सीजन-2 का शुभारंभ चंडीगढ़ के सेक्टर 27 स्थित प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर किया गया , हरियाणा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष दिव्यांशु बुधिराजा , प्रभारी दीपक भाटी चोटीवाला जी और शिवी चौहान और कार्यक्रम की अतिथि भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता हरनीत बराड की उपस्थिति में यह कैंपेन लॉन्च किया गया पत्रकारों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष दिव्यांशु बुधिराजा ने कहा यंग इंडिया के बोल केवल एक कार्यक्रम नही बल्कि एक खुला मंच है ,इस मंच से युवाओं को तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखने का मौका मिलता है उन्होंने कहा कि, ‘यंग इंडिया के बोल’ भाषण प्रतियोगिता हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी की सोच के अनुरूप एक मंच है, जिसमें भाग लेकर कोई भी युवा अपनी राजनीतिक हिस्सेदारी सुनिश्चित कर सकता है। देश भर के युवा मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों से नाराज हैं और युवा कांग्रेस ऐसे निडर युवाओं को एक मंच प्रदान करती है। वही प्रभारी दीपक चोटीवाला ने कहा की यंग इंडिया के बोल -2 सीजन को अलग-अलग राज्यों में चरणों मे शुरू किया जा रहा है जिससे अंतिम पंक्ति में खड़े सक्षम युवाओं को राजनीति की मुख्यधारा में आने का मौका मिलेगा जिसके द्वारा ये युवा आज देश प्रदेश के मुद्दों को जनता और मीडिया के सामने उठाने का काम करेंगे-उन्होंने कहा कि प्रवक्ता किसी भी संगठन के विचारों, नीतियों और कार्यक्रमों को जनता के सामने पेश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और “यंग इंडिया के बोल” देश भर के लोगों के लिए चिंता के मुद्दों को उठाने का एक माध्यम है। “युवा देश के साथ-साथ वर्तमान का भी भविष्य है। युवाओं की आवाज देश की आवाज है।” युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता हरलीन बराड़ ने भी बताया की यंग इंडिया सीजन 1 में उन युवाओ को मौका मिला जिनका कोई राजनीतिक बेकराउंड नही था यंग इंडिया के बोल सीजन 2 कार्यक्रम ब्लॉक ,जिला और प्रदेश स्तर पर करवाए जाएंगे इसमें प्रवक्ता पद के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 अप्रैल है उसके बाद जिला स्तर पर आवेदकों के साक्षात्कार करवाए जाएंगे आवेदकों के सामर्थ्य अनुसार उन्हें जिला प्रवक्ता प्रदेश प्रवक्ता और राष्ट्रीय प्रवक्ता तक की जिम्मेवारी दी जाएगी इस पत्रकार वार्ता में हरियाणा उपाध्यक्ष शांतनु चौहान , युवा कांग्रेस कार्यालय प्रभारी नितेश शर्मा और पंचकुला अध्यक्ष अंकुश निषाद भी विशेष रूप से उपस्थित रहे Post navigation हरियाणा में बिजली संकट…. रोज चाहिए 8 हजार मेगावट, पर उपलब्ध केवल 6 हजार मेगावाट, मई-जून में क्या ? विद्रोही गेहूं उठान के ठेकेदारों की लापरवाही के कारण लाखों टन गेहूं खुले आसमान में मंडियों में पड़ी है- बजरंग गर्ग