सुरुचि परिवार ने किया रजत जयंती समारोह का आयोजन लोकार्पण कर्ता – मधु आजाद, योगेश मुंजाल, ब्रिजेश वशिष्ठ, मदन साहनी, डॉ धनीराम अग्रवाल, अनिल श्रीवास्तव, नरोत्तम शर्मा गुरुग्राम, 11 अप्रैल – सुरुचि साहित्य कला परिवार के तत्वावधान में रविवार 10 अप्रैल 2022 को सायं 4 बजे जी. आई. ए. हाउस महरौली रोड के सभागार में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया । समारोह की अध्यक्षता मुंजाल सोवा के प्रबंध निदेशक योगेश मुंजाल ने किया जबकि गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद जी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई । विशिष्ट अतिथि के रूप में डी. जी. ब्रिजेश वशिष्ठ मंच पर विराजमान थे । आशीर्वचन के लिये पधारे महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव । कार्यक्रम का संचालन मदन साहनी ने किया । वीणा अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के तत्पश्चात 25 वर्ष के सफर को स्मृतियों के झरोखे से 10 मिनट की एक वीडियो फ़िल्म सभागार में प्रदर्शित की गई । डॉ अग्रवाल ने संस्था के 25 वर्ष के सफर के बारे में अपनी बात भी कही एवं मंचासीन अतिथिगण का भी सारगर्भित परिचय प्रस्तुत किया । इस सफर में साथ रहे सहयोगियों के प्रति विनम्र आभार मंच से भी व्यक्त किया गया एवं आभार पत्र भी वितरित किया गया । सुरुचि परिवार द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘गुरुग्राम गौरव’ को अतिथि गण एवं संपादक मंडल द्वारा लोकार्पित किया गया । काफी टेबल आकार की आकर्षक रंगीन पुस्तिका में राजनीति, उद्योग, शिक्षा, साहित्य, कला, अध्यात्म,खेल, समाज सेवा व सैन्य जगत से कुल 50 ऐसे महानुभावों को सम्मिलित किया गया है , जिन्होंने अपने कृत्यों से गुरुग्राम का गौरव बढ़ाया है । इसमे सुधीर त्रिपुरारि द्वारा बनाये गए प्रत्येक महानुभाव के रेखाचित्र पुस्तिका की शोभा बढ़ाते हैं। खेल जगत से पद्मश्री व अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हाकी खिलाड़ी प्रीतम रानी सिवाच एवं धाविका गीता जुत्शी के अतिरिक्त कबड्डी के कप्तान अनूप यादव एवं तीरंदाज हर्ष पाराशर का नाम शामिल है । वहीं मातृभमि के लिए अपनी जान न्योछावर कर देने वाले शहीद मेजर विकास यादव, ले. अतुल कटारिया एवं से. ले. राजेश खुरान सगर्व शामिल हैं । उद्योग के क्षेत्र से स्व. सेठ पूरन चंद , पवन जिंदल, योगेश मुंजाल , वी. पी. बजाज, जे. एन. मंगला जी जैसे व्यक्तिव को सम्मिलित किया गया है । गुरुग्राम में हिन्दी साहित्य की नींव रखने वाले हिंदी सेवी फूलचन्द सुमन, सहित्यऋषि रामानंद आनन्द, डॉ हरीन्द्र श्रीवास्तव का नाम शामिल है । पुस्तिका में कर्मयोगी रवि कालरा, हरिहर भार्गव, मूलचन्द जी गोयल , कमला भार्गव, मनोहर सिंह आजाद , एम. पी. कौशिक, स्वामी धर्मदेव, डॉ टी. एन. आहूजा, डॉ आर. पी. सिंह, डी. पी. गोयल, पं. विरजानंद शर्मा , डॉ दिलीप शर्मा , कन्हैया लाल आर्य, संजय भसीन, अरुण मारवाह, शेखर गुरेरा जैसे व्यक्तित्व हैं वहीं सीताराम सिंगला, रॉव महावीर सिंह, राव इंद्रजीत सिंह, डॉ सुधा यादव , धर्मबीर गाबा का नाम भी शामिल है । सुरुचि परिवार के अध्यक्ष डॉ धनीराम अग्रवाल एवं संरक्षक सुमन गुलाटी, कर्नल कँवर प्रताप सिंह, के. एस. मलिक, एन. पी. सिंह, सतपाल सिंह चौहान, शरद गोयल, सतीश सिंगला , के. सी. वधवा, त्रिलोक शर्मा , डॉ अशोक दिवाकर का नाम भी शामिल है । डॉ अग्रवाल ने विनम्रतापूर्वक कहा सीमित संसाधनों के चलते पुस्तिका में सिर्फ 50 को सम्मिलित कर पाए । स्वामी धर्मदेव ने अपने धारा प्रवाह उद्बोधन में कहा, ” राष्ट्र को सर्वोपरि रखें और बच्चों को ऐसे संस्कार दे कि उनके मन मे राष्ट्र के प्रति देव तुल्य भाव उतपन्न हो जाये । निश्चित ही भारतीय संस्कृति का परचम पूरे विश्व मे लहरायेगा ।” मधु आजाद जी ने सुन्दर आयोजन एवं पुस्तिका प्रकाशन के लिए सुरुचि परिवार की उन्मुक्त कंठ से सराहना की और साधुवाद दिया । योगेश मुंजाल ने कहा ” हमारे देश मे उद्योगपति, अधिवक्ता, इंजीनियर, शिक्षक, विद्यार्थी, जननेता किसी की कमी नहीं है यदि कमी है तो देशभक्त उद्योगपति, देशभक्त अधिवक्ता, देशभक्त इंजीनियर, देशभक्त शिक्षक, देशभक्त विद्यार्थी, देशभक्त जननेता की । यदि सभी क्षेत्रों में देशभक्तों की संख्या बढ़ जाये तो हमारा देश उन्नति के चरम पर होगा ।” गायन कलाकार अबु समद एवं बांसुरी वादक सत्येंद्र नेगी जी ने भी अपनी प्रस्तुति दी । पुस्तक में सम्मिलित महानुभाव को सम्मान प्रतीक के साथ पुस्तिका की प्रति भेंट की गई । इस अवसर पर परिवार के संरक्षक गण के अतिरिक्त प्रख्यात शायर विज्ञान व्रत, अब्दुल रहमान, अजय अक्स, एस. के. रोहिल्ला, बृजमोहिनी रोहिल्ला, डॉ मुक्ता, सविता स्याल, कृष्णा जैमिनी , मंजू भारती, राज निगम, इंदु राज निगम, मीना चौधरी, सरोज गुप्ता, डॉ बीना राघव, कमलेश कौशिक , राजकुमार ग़ज़लयार, आर. एस. पसरीचा ,शशांक मोहन, त्रिलोक कौशिक, घमंडी लाल अग्रवाल, पुष्पा आंतिल, हरीन्द्र यादव, रविन्द्र यादव, रजनेश त्यागी, मोहित टंडन, मुद्रक संजय कुमार, सुनील पुजारी, संयम मराठा, नरेन्द्र खामोश, योगेश जोशी, आशा डाटा, अंजलि श्रीवास्तव, राम कला बबेरवाल, आशुतोष मुदगल, रामलाल ग्रोवर, किशोर पाहुजा, कैलाश खोसला, प्रिया भाटिया , नरोत्तम शर्मा, अनिल श्रीवास्तव सहित कई गणमान्य महानुभाव, साहित्य, कला प्रेमी व कवि उपस्थित थे । Post navigation सरस मेले में सांस्कृतिक संध्या : ‘1857 का संग्राम-हरियाणा के वीरों के नाम’ पर नाटक का मंचन 18 अप्रैल को गुरूग्राम में लगेगा हैल्थ मेला, आयोजित होने वाली गतिविधियों को लेकर उपायुक्त ने ली बैठक