मंत्री ओम प्रकाश यादव ने अमित को बीच में ही रोकने का प्रयास किया 
पार्षद ने मंत्री को दो टूक शब्दों में जवाब दिया कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधि को समस्या से अवगत कराना जनता का अधिकार है।

भारत सारथी/ कौशिक

रेवाड़ी। जिला लोकसंपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में वार्ड नं. 5 के निर्वतमान पार्षद अमित यादव ने बैठक की अध्यक्षता कर रहे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव को नसीहत देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने परिवाद पर चर्चा के दौरान अमित यादव की मंत्री के साथ जमकर बहस हो गई। इससे मंत्री को गुस्सा आया, तो अमित ने सहज अंदाज में कहा कि आप जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं। जनता की समस्याओं का निराकरण करना आपका दायित्व है। वह अपनी समस्या को समिति की बैठक में 2.5 साल से उठा रहे हैं, लेकिन उसका कोई समाधान नहीं हो रहा।

दरअसल, अमित यादव ने गांव सूमाखेड़ा के सरकारी स्कूल में भवन निर्माण व साइंस फैकल्टी शुरू कराने को लेकर परिवाद दायर किया हुआ है। अमित यादव की शिकायत है कि भवन निर्माण का एस्अीमेट पास होने के बावजूद फाइल शिक्षा निदेशालय में अटकी हुई है। इस पर जब मंत्री ने डीईओ को परिवाद के निराकरण के निर्देश दिए, तो अमित यादव का पारा चढ़ गया।

उन्होंने मंत्री को बताया कि यह मामला डीईओ से संबंधित नहीं है। मामला निदेशालय से जुड़ा हुआ है, इसलिए वहीं से इसका समाधान हो सकता है। मंत्री ने अमित को बीच में ही रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने मंत्री को दो टूक शब्दों में जवा दिया कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधि को समस्या से अवगत कराना जनता का अधिकार है। मंत्री को उनकी समस्याएं सुनकर उनका समाधान कराना चाहिए। वह इस परिवाद को लेकर करीब ढाई साल से चक्कर लगा रहे हैं, परंतु इसका कोई निराकरण नहीं किया जा रहा। इसके बाद अमित वहां से चले गए।