सरकार की दमनकारी नीतियों व प्रताड़ना के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा: मोर्चा चंडीगढ़, 5 अप्रैल! हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता दलबीर किरमारा, इन्द्र सिंह बधाना, ओमप्रकाश ग्रेवाल, सरबत सिंह पूनिया, विरेन्द्र सिगरोहा, विनोद शर्मा, कृष्ण कादियान, रमेश श्योकन्द, जयभगवान कादियान, जयबीर घणघस, दिनेश हुड्डा, सुरेंद्र सिंह, आजाद गिल, अमित महाराणा, प्रताप सिंह भनवाला व सुखविंदर बयाना ने संयुक्त बयान में कहा सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ 7 अप्रैल को प्रदेश के रोडवेज कर्मचारी सभी डिपुओं में काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा 28-29 मार्च को हड़ताल की सफलता से घबराकर सरकार ने कर्मचारियों व अधिकारियों की प्रताड़ना करने से रोडवेज कर्मचारियों में भारी गुस्सा है। उन्होंने सरकार की तानाशाही, दमनकारी नीतियों, फूट डालो राज करो की नीतियों के खिलाफ व विभाग को बचाने एवं मांगों की प्राप्ति के लिए समस्त कर्मचारियों से भविष्य में भी एकजुट रहकर निर्णायक संघर्ष करने का आह्वान किया। कर्मचारी नेताओं ने कहा ऐतिहासिक हड़ताल से बोखला कर सरकार व उच्च अधिकारी कर्मचारियों व कुछ महाप्रबंधकों को प्रताड़ित करने का असफल प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा परिवहन मंत्री एक तरफ कह रहे हैं, लोकतंत्र में आंदोलन व हड़ताल करने का अधिकार है, परिवहन मंत्री व उच्च अधिकारी कर्मचारियों की गिरफ्तारी, FIR, व तमाम दमनकारी नीतियों के तहत प्रताड़ित करने के अलावा अंग्रेजों के तौर-तरीके अपना कर हड़ताल तुड़वाने वाले महाप्रबंधकों को सम्मानित कर रहे हैं, जो महाप्रबंधक हड़ताल नहीं तुड़वा पाए उन्हें चार्जशीट कर रहे हैं। HREC के महाप्रबंधक दीपक कूण्डु के साथ ठेकेदार द्वारा दुर्व्यवहार करने के मामले को सरकार चुप क्यों हैं।सांझा मोर्चा नेताओं ने कहा सरकार व उच्च अधिकारियों द्वारा रणनीति के तहत कर्मचारियों व महाप्रबंधकों को प्रताड़ित करने का मतलब दबाव बनाकर विभाग का तेजी से निजीकरण करना है। उन्होंने कहा सरकार की प्रताड़ना, दमनकारी नीतियों, निजीकरण के खिलाफ व लम्बित मांगों को लेकर लम्बा व निर्णायक आंदोलन जारी रहेगा। Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गांव सिवाह में करीब एक करोड़ की धनराशि से बन रहे तालाब के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया पंजाब सरकार ने चण्डीगढ़ को लेकर जो प्रस्ताव पास किया है वो राजनीतिक प्रस्ताव है- गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री