शाह कमीशन बरसों पहले दे चुका है हरियाणा के हक में रिपोर्ट
हरियाणा के हितों के लिए मतभेद छोड़कर एकजुट हों सभी राजनीतिक दलों के नेता
बर्दाश्त नहीं किया जाएगा हरियाणा के हितों से खिलवाड़

चंडीगढ़, 1 अप्रैल : जनसेवक मंच के संयोजक एवं महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने पंजाब विधानसभा में पारित उस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है, जिसमें चंडीगढ़ को पंजाब का हिस्सा बताते हुए उसके हक में प्रस्ताव पारित किया गया है। कुंडू ने कहा कि किसी को भी यह नहीं भूलना चाहिए कि चंडीगढ़ हरियाणा की भी राजधानी है इसलिए उस पर सिर्फ पंजाब का हक हो, ऐसा हरियाणा के लोग किसी सूरत में स्वीकार या बर्दाश्त नहीं कर सकते।

बलराज कुंडू ने हरियाणा सरकार को सुझाव दिया है कि वह चंडीगढ़ पर किसी सूरत में अपनी दावेदारी को कमजोर न होने दे और हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर न केवल पंजाब के इस प्रस्ताव का विरोध करे, बल्कि चंडीगढ़ के हक में हरियाणा का नया प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भी भेजे। कुंडू ने कहा कि चंडीगढ़ को पंजाब को दिए जाने संबंधी रेजूलेशन हरियाणा के हितों पर कुठाराघात है। मुख्यमंत्री को इस संबंध में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने में जरा भी देरी नहीं करनी चाहिए और साथ ही हरियाणा के सभी नेताओं को साथ लेकर चंडीगढ़ पर अपनी दावेदारी को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात करनी चाहिये।

उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को लेकर बरसों पहले ही शाह कमीशन की रिपोर्ट आ चुकी है जिसमें चंडीगढ़ पर हरियाणा का पहला हक बताया गया था लेकिन उस पर आज तक भी अमल ना होना दुःखदायी है। कुंडू ने कहा कि पंजाब की सरकारें चाहे वह अकाली-भाजपा की सरकार रही हो या फिर कांग्रेस की, सभी ने मनचाहे ढंग से ऐसे प्रस्ताव पास किये हैं लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि हरियाणा के हितों के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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