– ठोस कचरा प्रबंधन को और अधिक बेहतर करने के निगमायुक्त ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश– ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन सहित अन्य नियमों की अवहेलना करने वालों के बड़े स्तर पर चालान करने के दिए गए निर्देश– बार-बार उल्लंघना पर संबंधित नियमों के तहत एफआईआर भी करवाई जाएगी दर्ज गुरूग्राम, 30 मार्च। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने बुधवार को ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर संबंधित अधिकारियों एवं इकोग्रीन एनर्जी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की तथा कार्य को और अधिक बेहतर बनाने के निर्देश दिए। बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन नियम तथा प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम की पालना सुनिश्चित करवाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जाए। अगर कोई व्यक्ति इन नियमों की उल्लंघना करता है तो उसके चालान करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बड़े स्तर पर चालान काटने का अभियान चलाएं, ताकि प्रभाव दिखाई दे। साथ ही उन्होंने कहा कि बार-बार चालान के बावजूद भी कोई व्यक्ति उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ संबंधित नियमों के तहत एफआईआर भी दर्ज करवाई जाए। निगमायुक्त ने वरिष्ठ सफाई निरीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उनके जोन में स्थित बल्क वेस्ट जनरेटरों के यहां ठोस कचरा प्रबंधन नियम की पालना प्रभावी रूप से सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने इसके लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि अगले 15 दिन में प्रत्येक जोन में कम से कम 15 बल्क वेस्ट जनरेटरों के यहां नियमों के तहत आवश्यक प्रबंध करवाएं। नियम के तहत प्रतिदिन 50 किलोग्राम या इससे अधिक कचरा उत्पादक बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में आते हैं तथा उन्हें स्वयं के स्तर पर ही उस कचरे का निस्तारण करना अनिवार्य है। नियम की पालना नहीं करने पर चालान सहित अन्य कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है। निगमायुक्त ने वरिष्ठ सफाई निरीक्षकों को यह भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जोन में अनावश्यक खत्तों को बन्द करवाकर यह सुनिश्चित करें कि दुबारा से वहां पर कचरा ना डाला जाए। अगर बन्द किए गए खत्ते पर दुबारा से कचरा डाला जाता है, तो संबंधित वरिष्ठ सफाई निरीक्षक की जवाबदेही होगी तथा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही अधिकृत खत्तों पर कोई अनाधिकृत वैंडर कचरा ना डाले यह भी सुनिश्चित किया जाए। निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थित इकोग्रीन एनर्जी के प्रतिनिधियों से कहा कि वे डोर-टू-डोर कचरा कलैक्शन करने वाली गाडिय़ों की मरम्मत करवाएं तथा आवश्यकतानुसार नई गाडिय़ां लें। उन्होंने इलैक्ट्र्रिक गाडिय़ां लेने का सुझाव दिया। निगमायुक्त ने सभी 5 एमआरएफ को फुली फंक्शनल करने के निर्देश भ्भी दिए। इसके अलावा, निगमायुक्त ने स्पेशल सैनीटेशन स्क्वयडों की प्रोग्रैस रिपोर्ट तैयार करने, होटल एवं रेस्टोरेंट में ठोस कचरा प्रबंधन नियम, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम, पर्याप्त पार्किंग सुविधा तथा जल संरक्षण को सुनिश्चित करने, बंधवाड़ी में तैयार खाद का उपयोग पौधारोपण साईटों पर करने संबंधी निर्देश भी अधिकारियों को दिए। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त डा. वैशाली शर्मा, संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) डा. विजयपाल यादव, डीआरओ विजय यादव, डीएफओ सुभाष यादव सहित कार्यकारी अभियंता, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक एवं इकोग्रीन एनर्जी के प्रतिनिधि उपस्थित थे। Post navigation दिल्ली से मानेसर तक बनेगी मेट्रोनो पॉड टैक्सी योजना – राव इंद्रजीत कमान सराय में मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण का रास्ता हुआ साफ