2019 में शिलान्यासित अकला देवी धाम के मन्दिर के लोकार्पण को नेपाल पहुंचे.
समस्त सनातनियों को प्रतिदिन सपरिवार मन्दिर में निश्चित रूप से आना चाहिए.
देव प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के बाद साक्षात देवताओ का आशिर्वाद प्राप्त होता

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम। सभी धर्मस्थल हमारी आध्यात्मिक आस्था के केन्द्र होने के साथ-साथ हमारे शक्ति के केन्द्र हैं। समस्त सनातनी को प्रतिदिन सपरिवार मन्दिर में निश्चित रूप से आना चाहिए। माता अकला देवी की कृपा सदैव अपने भक्तों पर बनी रहे और सभी के जीवन में खुशहाली आये और धन-धान्य से भंडार भरे रहे। धर्मस्थल अथवा मंदिर में देव प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के बाद साक्षात देवता ही अपना आशिर्वाद प्रदान करते है। धर्मस्थल और मंदिर बनाकर देव प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा ऋषि-मुनियों के द्वारा अनंतकाल से चली आ रही है। पृथ्वी पर अनेक धर्मस्थल और मंदिर ऐसे है जिन्हें कि स्वयं देवताओं के द्वारा प्रतिष्ठित किया गया। यह बात काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती महाराज ने नेपाल के तनहूँ जनपदान्तर्गत अकला देवी धाम में निर्मित मन्दिर एवं् आवास का लोकार्पण के मौके पर कही।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती के निजी सचिव के द्वारा मीडिया के नाम जारी वक्तव्य में जानकारी देते बताया कि धर्म के प्रचार-प्रसार के क्रम में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती 8 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल के साथ नेपाल पहुँचे। भारत-नेपाल की सीमा (सोनौली) पहुँचने पर नेपाल यात्रा के आयोजक किशोर ब्यासाचार्य ने अपने सहयोगियों के साथ पूज्य शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द सरस्वती का माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया। तत्पश्चात् पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने नेपाल के रुपन्देहि जिला के सैना-मैना स्थित बोल धाम के लिए प्रस्थान किया, रास्ते में भी जगह-जगह शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द सरस्वती का नेपाल के सनातन धर्मावलम्बियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। पूज्य शंकराचार्य जी महाराज के साथ प्रतिनिधि मण्डल में स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती, महाराज, स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य महाराज, नरेशानन्द, भागवताचार्य , डा प्रभाकर त्रिपाठी, विनोद त्रिपाठी, अंशुल त्रिपाठी एवम् जानकी शरण पाण्डेय नेपाल प्रवास में मौजूद रहे।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती महाराज के द्वारा अकला देवी धाम में निर्मित मन्दिर लोकार्पण सहित विधिविधान सहित मंत्रोच्चारण के बीच दिव्य पूजन , स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य महाराज, स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती महाराज, ब्यासाचार्य किशोर गौतम महाराज, डा प्रभाकर त्रिपाठी,  गण्डकी प्रदेश के मुख्यमंत्री कृष्ण चन्द्र नेपाली पोख्रेल , आन्तरिक मामलों के मन्त्री, दोबाटे विश्वकर्मा , पूर्व मन्त्री, आशा कोइराला, संविधान सभा सांसद राम चन्द्र पोख्रेल, संघीय सांसद केदार सिग्देल, प्रदेश सांसद सरिता गुरुंग, गाँव पालिकाध्यक्ष माया देवी राना, गाँव पालिका उपाध्यायक्ष बालकृष्ण घिमिरे तथा सरकार के अन्य-अनेकों अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति तथा श्रीमती राधिका पन्त शर्मा के साथ किया ।

इस पुण्य और ऐतिहासिक मौके पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती महाराज नेकहा कि  ब्यासाचार्य किशोर गौतम महाराज के सद्प्रयास से मन्दिर का निर्माण कार्य तीब्र गति से सम्पन्न कराने हेतु निर्माण कार्य में सहभागी सभी सहयोगी बधाई के पात्र ।ं  ब्यासाचार्य किशोर गौतम ने कहा कि पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती  महाराज के ही द्वारा इस मन्दिर का शिलान्यास 2019 में किया गया था, और पूज्य शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द महाराज केे ही द्वारा ही लोकार्पण भी हुआ । यह पुनीत कार्य शंकराचार्य जी भगवान के ही आशिर्वाद का सफलता पूर्वक संपन्न हुआ है । इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे ।  

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