चैत्रत् में वैशाख जेयष्ठ जैसी गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड

एक बार फिर ( हीट वेव ) लू और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने की प्रबल संभावना, रिकॉर्ड तोड़ेगी गर्मी

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । मार्च की शुरुआत से उत्तर भारत में मौसम लगभग शुष्क बना हुआ है। गर्मी ने लगभग 20 दिन पहले ही दस्तक दे दी थी। मार्च में उत्तर व मध्य भारत के साथ दक्षिणी भारत के राज्यों में यानि पर्वतीय, मैदानी, पठारी, इलाकों में अब तक लगभग सूखा ही गुजर रहा है और गर्मी अपने तीखे शबाब पर है। आगे भी किसी सक्रिय मौसम प्रणाली वैस्टर्न डिस्टरबेंस या समुद्री प्रणाली के सक्रीय होने की संभावनाएं नजर नहीं आ रही। जिससे बारिश की संभावना भी इस महीने के अंत तक बिल्कुल भी नहीं है।

हरियाणा -एनसीआर दिल्ली में पिछले चार-पांच दिनों से हल्का-फुल्का तापमान में गिरावट दर्ज हो रही थी। जिसकी वजह से आमजन को कुछ राहत मिली थी। परंतु यह राहत फिर से आफत में तब्दील होने वाली है क्योंकि गर्मी अपने तीखे तेवरों से आगाज करने को आतुर है। एक बार फिर ( हीट वेव ) लू और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने की प्रबल संभावना है। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि रविवार 27 मार्च को राजस्थान पर एक प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन बनने जा रहा है।

नए सप्ताह के साथ ही, उच्च दवाब क्षेत्र का आधिपत्य फिर हरियाणा में शुरू होगा और हवाएं एक बार फिर अपने तीखे अंदाज दिखाएंगी और लिहाजा मार्च के आखिरी सप्ताह में तापमान में फिर बढ़ोतरी देखी जाएगी। इराक, पाकिस्तान और राजस्थान के थार मरुस्थल की गर्म हवाओं हीट वेव ( लू ) के प्रभाव से हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी और तापमान फिर से बढ़कर 40.0 से 43.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज होने और कुछ स्थानों पर अंधड़ भी चलने की प्रबल संभावना है। जिसकी वजह से भारतीय मौसम विभाग ने 27-31 मार्च तक यलो अलर्ट जारी कर दिया है।

तापमान मारेगा छ्लांग
हरियाणा -एनसीआर दिल्ली में तेज़ गति की गर्म हवा फिर से लौटेंगी और इस बार मार्च में रिकाॅर्ड तोड़ गर्मी का दौर जारी रहेगा। अधिकतर स्थानों पर तापमान में 5 से 6 डिग्री तक बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। पिछले तीन-चार दिनों से सूबे में अधिकतर स्थानों पर तापमान 30.0 डिग्री सेल्सियस से 36.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने से प्रदेशवासियों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिल रही थी। लेकिन मौसम फिर से करवट लेने वाला है। जब मार्च में गर्मी का ये हाल है तो इस बार अप्रैल और मई के दौरान भीषण गर्मी का प्रचंड अंजाम का देखने को मिलेगा।

पश्चिमी दक्षिणी हरियाणा के जिलों में इस बार भीषण गर्मी तो आमजन के लिए आफ़त बन कर आती नज़र आ रही है। गर्मी का असर हरियाणा में सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी, दादरी, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, रेवाड़ी, सोहना, तावडू, फरीदाबाद व गुड़गांव के साथ हरियाणा के अधिकतर स्थानों के साथ एनसीआर दिल्ली में दिखाई देगा और साथ ही साथ 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म हवाएं चलेंगी। उस दौरान तापमान 42.0 से 43.0 डिग्री तक पहुंच सकता है।

हालांकि 31 मार्च को एक कमजोर वैस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने जा रहा है जिसकी वजह से हवाओं की दिशा में बदलाव होने से और दो पवनों के मेल से इलाके में हल्की बादलवाही देखने को मिलेगी। परन्तु इसका प्रभाव हरियाणा के मैदानी राज्यों पर नहीं पड़ेगा और बूंदाबांदी और बारिश के फिलहाल कोई आसार नहीं है। आगामी दिनों में मौसम शुष्क बना रहेगा।

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