पुरानी पेंशन लागू करने से मना करने पर मुख्यमंत्री के ब्यान की कड़े तीखी आलोचना चंडीगढ़,22 मार्च – हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष इन्द्र सिंह बधाना व प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा 35000 कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के फैसले का स्वागत करते हुए हरियाणा सरकार से भी प्रदेश में अलग-अलग विभागों में कार्यरत 162000 कच्चे कर्मचारियों को तुरन्त पक्के करने की मांग की। उन्होंने हरियाणा सरकार से स्वाल करते हुए कहा, पंजाब सरकार कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने की पोलिसी बना सकती है तो हरियाणा सरकार कच्चे कर्मचारियों को पक्का क्यों नहीं कर सकती? कर्मचारी नेताओं ने कहा प्रदेश में वर्ष 1992 में जब एक करोड़ जनसंख्या थी,जब 4 लाख से ज्यादा पक्के कर्मचारी थे, परन्तु अब प्रदेश की जनसंख्या लगभग 3 करोड़ है तो केवल 285000 पक्के कर्मचारी हैं, जबकि 162000 कच्चे कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा नाम मात्र वेतन में कर्मचारियों का सरकार शोषण कर रही है। प्रांतीय नेताओं ने कहा प्रदेश में 125000 कर्मचारियों पर पुरानी पेंशन स्कीम लागू नहीं की जा रही। उन्होंने कहा राजस्थान, पंजाब, दिल्ली व अन्य राज्य सरकारों द्वारा पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा से हरियाणा के कर्मचारीयों को पुरानी पेंशन बहाली की उम्मीद जगी थी। राज्य प्रधान बधाना व महासचिव पूनिया ने मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में पुरानी पेंशन लागू करने से मना करने की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने ऐसा बयान देकर आग में घी डालने का काम किया है। उन्होंने कहा प्रदेश के लाखों कच्चे व पक्के कर्मचारी 28-29 मार्च को दो दिन एतिहासिक हड़ताल करके केंद्र व राज्य सरकार की कर्मचारी व जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने सरकार पर सवाल करते हुए कहा प्रदेश की जनता की निजीकरण की मांग नहीं है,तो सरकार, सरकारी विभागों को धन्नासेठों के हवाले क्यों कर रही है। उन्होंने कहा निजीकरण के खिलाफ, पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, लाखों खाली पदों पर पक्की भर्ती करने आदि लम्बित मांगों को लागू करवाने के लिए आंदोलन जारी रहेगा। Post navigation अधिवक्ताओं और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं की सार्वजनिक मुद्दों और कठिनाइयों पर हुई चर्चा थोथी घोषणाएं करने में विश्वास रखती है बीजेपी-जेजेपी सरकार- हुड्डा