कहा: जब सरकार किसानों के बैंक खातों से बीमा की किस्त कटवा कर कंपनियों को दिलवा सकती है तो खराब फसल का मुआवजा बीमा कंपनी से दिलवाने की जिम्मेवारी भी सरकार की बनती है यह भी कहा: हमेशा की तरह आम आदमी पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और उनकी हर लड़ाई उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लडऩे को तैयार है चंडीगढ़,पंचकूला, 22 मार्च। आम आदमी पार्टी ने हरियाणा सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि हिसार जिले की खेड़ी जालब उप तहसील पर खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर धरना दे रहे किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जबकि किसान नेता सुरेश कोथ के नेतृत्व में सैकड़ों किसान पिछले एक हफ्ते से भी ज्यादा दिनों से वहां धरना दे रहे हैं। पार्टी का कहना है कि बीमा कंपनियों द्वारा मुआबजा देने से इंकार करना एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है,इस मामले की भी जांच होनी चाहिए कि आखिर बीमा कंपनियां अब मुआबजा देने में क्यों आनाकानी कर रहीं हैं। आज यहां जारी एक बयान में पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि खुद को किसानों की हितैषी बताने वाली हरियाणा की भाजपा जज्पा गठबंधन की सरकार इन किसानों की खराब फसल के मुआवजा देने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों किसानों की नरमे की फसल लगभग पूरी तरह से नष्ट हो गई थी। और किसान इसी नष्ट हुई फसल के मुआवजे की मांग कर रहे हैं। जबकि बीमा कंपनियों ने सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत करके कोई क्लेम नहीं बनता कह कर बात खत्म कर दी है। उन्होंने कहा कि जब हरियाणा सरकार ने जबरन किसानों के खाते से बीमा की किशते कटवाकर बीमा कंपनियों को किसानों की फसलों का बीमा राशि दिलवाई है, तो अब उन्हें किसानों को उनकी फसलों का उचित मुआवजा भी बीमा कंपनी से दिलवाना चाहिए। अन्यथा सरकार का यह दायित्व बनता है कि वह स्वयं यह मुआबजा दे। क्योंकि बहुत से ऐसे छोटे किसान भी होंगे जिनकी फसलों का बीमा ही नहीं हुआ होगा,मगर नुक्सान तो उनका भी हुआ है। मुआबजा तो उनको भी मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आम धारणा बन रही है यह सब अनदेखी इसलिए हो रही है क्योंकि सरकार इन किसानों से पिछले दिनों एक साल तक चले किसान आंदोलन को लेकर नाराज है। योगेश्वर शर्मा ने कहा कि पिछले सात दिनों से तहसील भवन पर ताला है और वहां कोई काम भी नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह बताया गया है कि जिला प्रशासन की ओर से इन किसानों को उठाने के लिए प्रयास किये जा चुके हैं,मगर किसान बिना मुआबजा लिए वहां से उठने को तैयार नहीं हैं। स्वयं किसान नेता सुरेश कोथ भी एह ऐलान कर चुके हैं कि सरकार उन्हें हलके में ले रही है और वे भी झुकने वालों में से नहीं हैं और दिल्ली की तरह यहां से अपनी मांग मनवाये तो वे भी उठने वाले नहीं हैं। वह साफ कह चुके हैं कि खेड़ी जालब तहसील का ताला तभी ख्ुालेगा जब खराब फस्ल का मुआबजा मिलेगा। ऐसे में सरकार को बिना कोई देरी किए इन किसानों की मांग स्वीकार कर उनकी खराब फसलों का मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा की तरह से पूरी तरह से किसानों के साथ हैं और अगर जल्द ही किसानों की समस्याओं का समाधान ना हुआ तो पार्टी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी यह लड़ाई लड़ेगी। Post navigation अग्रवाल वैश्य समाज मीडिया कॉर्डिनेशन कमेटी का गठन 661 किलोग्राम से अधिक गांजा बरामद कर नशा तस्करों के मंसूबों पर फेरा पानी, बरामद नशे की कीमत करीब 1.5 करोड़