पटौदी बार एसोसिएशन एवं एडवोकेट के प्रोटेस्ट का सातवां दिन. गुरुवार को भी पटौदी कोर्ट में तीनों अदालत का होगा बहिष्कार. पटौदी बार एसोसिएशन कि एक ही डिमांड कि जज का ट्रांसफर फतह सिंह उजाला गुरुग्राम । जिला गुरुग्राम में पटौदी सब डिवीजन की पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स में पूर्व घोषणा के मुताबिक बुधवार को पटौदी बार एसोसिएशन के द्वारा यहां सभी चारों अदालत का पूरी तरह से बहिष्कार किया गया । इस दौरान अपनी मांगों के समर्थन एवं न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर के ट्रांसफर के मुद्दे को लेकर एडवोकेट कोर्ट परिसर में ही धरने पर डटे रहे । गौरतलब है कि पटौदी बार एसोसिएशन के द्वारा जारी प्रोटेस्ट बुधवार को लगातार सातवें दिन भी जारी रहा। इसी मौके पर फैसला किया गया कि गुरुवार को भी पटौदी कोर्ट में लगने वाली सभी टीमों अदालत का एडवोकेट के द्वारा पूर्व घोषणा के अनुसार बहिष्कार जारी रहेगा । बुधवार को पटौदी कोर्ट खुलने के समय के साथ ही आंदोलनरत पटौदी बार एसोसिएशन के सदस्य, एडवोकेट कोर्ट परिसर और कोर्ट के बाहर जमा होना आरंभ हो गए । इस दौरान बहुत से ऐसे लोग भी पटौदी कोर्ट में पहुंचे , जिनकी विभिन्न मामलों में पटौदी कोर्ट में अलग-अलग अदालत में तारीख लगी हुई थी और मामले विचाराधीन हैं। ऐसे तमाम वादी – प्रतिवादीयों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा । क्योंकि कोई भी एडवोकेट किसी भी अदालत में किसी भी वादी प्रतिवादी के मामले में उपस्थित नहीं हुआ। यहां यह भी गौरतलब है कि बुधवार को पटौदी जुडिशल कोर्ट कंपलेक्स में ही फैमिली कोर्ट का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें विभिन्न प्रकार के पारिवारिक मामलों की सुनवाई के साथ-साथ काउंसलिंग की जाती है । फैमिली कोर्ट की यह प्राथमिकता रहती है कि जो कोई भी विवाद है, उसका आपसी सहमति से समाधान अथवा राजीनामा दोनों पक्षों के बीच में करवाया जा सके । बुधवार को पटौदी जुडिशल कोर्ट कंपलेक्स में फैमिली कोर्ट के दृष्टिगत गुरुग्राम से भी कई एडवोकेट पहुंचे, लेकिन यहां पटौदी बार एसोसिएशन और सदस्य एडवोकेट के द्वारा जारी प्रोटेस्ट सहित बहिष्कार को देखते हुए उनके द्वारा भी समर्थन किया गया । इससे पहले 10 मार्च को आपात बैठक में पैरंटरल बार एसोसिएशन, गुरुग्राम बार एसोसिएशन और सोहना बार एसोसिएशन , पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट बार काउंसिल के सदस्य के साथ- साथ विभिन्न बार एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी भी मौजूद रहे । इसी मौके पर विभिन्न वक्ताओं के द्वारा रखी गई बातों के बाद सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर की अदालत का अनिश्चितकालीन बहिष्कार किया जाएगा । यह बहिष्कार अथवा प्रोटेस्ट कब समाप्त होगा, जब न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर का पटौदी कोर्ट से ट्रांसफर हो जाएगा । इस पूरे घटनाक्रम में एक एडवोकेट के खिलाफ फैसले में टिप्पणी सहित व्यक्तिगत रूप से एडवोकेट के खिलाफ शब्द विशेष लिखा जाने को लेकर पटौदी बार एसोसिएशन और एडवोकेट सदस्य लामबंद होकर अपना बहिष्कार जारी रखे हुए हैं । बुधवार को पटौदी बार एसोसिएशन के सदस्यों के द्वारा वादी-प्रतिवादीयों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए फैसला किया कि गुरुवार को वादी-प्रतिवादी व्यक्तिगत रूप से पटौदी कोर्ट के संबंधित अदालत में पहुंच कर अपनी हाजिरी लगा सकेंगे । लेकिन यहां तीनों अदालत में किसी भी वादी-प्रतिवादी के पक्ष अथवा विरोध में कोई भी एडवोकेट किसी भी अदालत में उपस्थित नहीं होगा । इसके अलावा न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर की अदालत के द्वारा फैसले में जो भी कुछ टिप्पणी सहित शब्द लिखे गए हैं , उस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देने का भी फैसला किया गया । पटौदी बार एसोसिएशन के अलावा गुरुग्राम बार एसोसिएशन और सोहना बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित सदस्यों के बीच हुई नियमित रूप से संबंधित प्रकरण को लेकर विचार मंथन किया जा रहा है । न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर के कथित व्यवहार को लेकर पटौदी बार एसोसिएशन के सदस्य एडवोकेटस में बना रोष दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। अपने आंदोलन सहित न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर प्रकरण को लेकर पटौदी बार एसोसिएशन के द्वारा प्रस्ताव पारित कर पहले ही पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के प्रशासनिक न्यायिक अधिकारी, जिला एवं सत्र न्याधीश गुरूग्राम, पटौदी एसडीजेएम को पहले ही अपने आंदोलन सहित मांग के बारे में अवगत करया जा चुका है। पटौदी बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ एडवोकेट सदस्यों के द्वारा गुरुवार को पटौदी कोर्ट की तीनों अदालत के बहिष्कार के मौके पर ही बैठक में आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। पटौदी बार एसोसिएशन का दो टूक स्पष्ट शब्दों में कहना है और मांग है कि न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर की अदालत का तब तक बहिष्कार जारी रहेगा, जब तक तबादला नहीं हो जाता है। इसके लिए बहिष्कार और धरना प्रदर्शन तो जारी ही है , दूसरी ओर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के प्रशासनिक न्यायिक अधिकारी के समक्ष भी प्रतिनिधिमडल के द्वारा पूरे घटनाक्रम से अवगत कराने की प्रक्रिया पर भी काम किया जा रहा है। अब गुरुवार को भी पटौदी कोर्ट में तीनों अदालत का पटौदी बार एसोसिएशन और सदस्य एडवोकेट के द्वारा पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा । अपने आंदोलन को कामयाब बनाने सहित उनकी मांग पूरी हो सके, इस रणनीति पर भी चर्चा करते हुए आगामी कार्यवाही की रूपरेखा तैयार की जाएगी। Post navigation सैंकड़ों भाजपा नेता व कार्यकर्ता आप में शामिल होने को आतुर: उमेश अग्रवाल गुरूग्राम में सभी टोल पर एमरजेंसी लेन 24 घंटे खुली रहें: डीसी निशांत