हिसार। सबका साथ-सबका विकास नारे को सार्थक करते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने समाज के सभी वर्गाे के लिए कल्याणकारी बजट पेश किया है। बजट में छोटे व्यापारियों, किसानों, कर्मचारियों, श्रमिकों, महिलाओं व विद्यार्थियों का विशेष ध्यान रखा गया है। बजट में कृषि, ग्रामीण विकास, शिक्षा, मैडिकल और सोशल सेक्टर के लिए विशेष प्रावधान किया गया है।यह बात आज वरिष्ठ भाजपा नेता एवं मीडिया प्रभारी सुरेश गोयल धूपवाला ने प्रदेश के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बजट में शिक्षा क्षेत्र में विशेष प्रावधान करके बहुत ही सराहनीय कार्य किया है, क्योंकि किसी भी राष्ट्र या प्रांत के लिए बच्चों की उत्तम शिक्षा सबसे ज्यादा अनिवार्य है। बजट में शिक्षा के बजट में 17.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है तथा संस्कृति मॉडल स्कूलों की संख्या 138 से बढ़ाकर 500 करने की घोषणा की गई है। प्रदेश में बच्चों को अब पांचवीं कक्षा से ही कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की जाएगी, ताकि उच्च शिक्षा तक पहुंचने तक वो इसमें विशेष दक्षता प्राप्त कर सकें। बजट में प्रावधान किया गया है कि अंत्योदय योजना में दो लाख परिवारों को कवर किया जाएगा। समाज में आर्थिक रूप से सबसे कमजोर तबके को इसका लाभ मिलेगा। प्रदेश में पर्यावरण व हरियाली बढ़ाने के लिए बजट में विशेष व्यवस्था की गई है। सुरेश गोयल धूपवाला ने कहा कि बजट में हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना के तहत जिन महिलाओं की आय पांच लाख रुपए से कम है और व्यापार में उद्यमी बनना चाहती हैं, को तीन लाख रुपए तक का लोन देने का प्रावधान बजट में किया जाना बहुत ही बढिय़ा फैसला है। उन्होंने कहा कि बजट में प्रदेश सरकार ने कोई नया कर नहीं थोप कर प्रदेशवासियों को बड़ी राहत देने का काम किया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेक्टर के बजट में गत वर्ष की तुलना में 21.65 प्रतिशत की बढ़ोतरी, उद्योग सेक्टर के बजट में 31.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी, सिंचाई व जल संसाधनों के बजट में 51 प्रतिशत की व जनस्वास्थ्य विभाग के बजट में 33.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वाले सभी पेंशन भोगियों के लिए व्यापक कैशलेस प्रणाली स्थापित किए जाने से प्रदेश के सभी बोर्ड, निगमों व अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों व अधिकारियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। Post navigation अभिनय करना ही मेरी पसंद और इसमें ही आगे बढ़ूंगी : निखार खुल्लर पांच राज्यों के अनुमान और रणनीतिकारों ने संभाला मैदान