जब सरकार के पास हरियाणा में जबरन धर्म परिवर्तन की एक भी घटना की एफआईआर नही, कोई घटना नही हुई तो फिर प्रदेश में अनावश्यक रूप से जबरन धर्म परिवर्तन के नाम पर विधेयक लाना वोट बैंक की औच्छी राजनीति नही तो और क्या है? : विद्रोही 7 मार्च 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार द्वारा लाये गए जबरन धर्म परिवर्तन विधेयक की कठोर आलोचना करते हुए इसे हरियाणा समाज को बाटने के संघी हिन्दुत्व की औच्छी राजनीति का एजेंडा बताया। विद्रोही नेे सवाल किया कि जब सरकार के पास हरियाणा में जबरन धर्म परिवर्तन की एक भी घटना की एफआईआर नही, कोई घटना नही हुई तो फिर प्रदेश में अनावश्यक रूप से जबरन धर्म परिवर्तन के नाम पर विधेयक लाना वोट बैंक की औच्छी राजनीति नही तो और क्या है? बेरोजगारी में हरियाणा भारत का नम्बर वन राज्य बन चुका है। रेप-गैंगरेप के बढते मामलों सेे महिलाएं सुरक्षित नही। किसानों के साथ किये जा रहे सौतेला व्यवहार व उनके दमन के चलते किसान व खेतिहर मजदूर वर्ग में भाजपा के प्रति गहरा रोष है। सरकारी कर्मचारियों में भाजपा के प्रति गहरा असंतोष है। बढती बेरोजगारी से प्रदेश के युवा आक्रोशित है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा खटटर सरकार की चौतरफा असफलता और प्रदेश के हर वर्ग में सरकार के प्रति बढ़ते जनाक्रोश से डरी व घबराई भ्रष्ट भाजपा सरकार अब सत्ता दुरूपयोग से समाज में नफरत व बटवारे की राजनीति से लोगों को लडाकर अपने निहित राजनीतिक स्वार्थपूर्ति करना चाहती है। विधानसभा बजट सत्र में लाया गया धर्म परिवर्तन विधेयक भी उसी संघी एजेंडे का हिस्सा है जिससे भाजपाई हरियाणावासियों में साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करके, समाज को बाटकर भविष्य की चुनावी वैतरणी पार करना चाहते है। भाजपा खट्टर सरकार के रवैये से साफ है कि हिन्दू-मुस्लमान के नाम पर लोगो को लडाने, नफरत फैलाने, समाज को बाटने व साम्प्रायिक उन्माद पैदा करने के अलावा भाजपा खट्टर सरकार के पास जनहित व प्रदेशहित का कोई एजेंडा नही। विद्रोही ने हरियाणावासियों से आग्रह किया कि वे संघीयों के सम्प्रदायिक उन्मादी, नफरत व बटवारे के एजेंडे को समझे व प्रदेश से किसान, मजदूर, आममजन विरोधी भाजपा-संघ को सदैव के लिए उखाड़ फेंकने की लम्बी सोच के साथ एकजुटता से काम करे। Post navigation हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था : न तो पर्याप्त शिक्षक न ही पर्याप्त आधारभूत शिक्षा ढांचा……….विद्रोही मेडिकल की पढ़ाई अब अपने देश मे ही होगी आसान