सरकारी नौकरियों के पीछे भागने की बजाए स्वरोजगार अपना पढ़े-लिखे बनें स्वावलम्बी चंडीगढ़, 5 मार्च – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति 15 हजार रूपये मासिक आय से नीचे नहीं रहेगा, इसके लिए सभी जिलो में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे 11 लाख परिवारों की पहचान की गई थी और बीते दिसम्बर में उनके लिए 160 मेले लगाए गए, उनके माध्यम से साढे 3 लाख लोगों को लाभ पहुंचाया गया। अब 2 मार्च से दूसरा राउण्ड शुरू हो गया है, जिसमें कम से कम 250 मेले लगाए जाएंगे और यह मेले आगामी 17 मार्च तक लगेंगे। मुख्यमंत्री शनिवार को करनाल जिला के घरौंडा में आयोजित मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में आई जनता को सम्बोंधित कर रहे थे। प्रदेश में मुख्यमंत्री शतो उद्यमी सारथी योजना की शुरूआत- उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज से मुख्यमंत्री शतो उद्यमी सारथी योजना की शुरूआत की गई है। इसके लिए 100-100 व्यक्तियों के समूह पर 5-5 अनुभवी लोग सारथी के रूप में रहेंगे। समाजसेवा की भावना रखने वाले सारथी होंगे, जो एक समर्पण पोर्टल पर अपना नाम देंगे। यह लोग, ऐसे व्यक्तियों को समझाएंगे, जो सरकार की किसी भी स्कीम का लाभ लेकर उसमें अपना काम नहीं कर रहे। मुख्यमंत्री का कहना था कि स्वरोजगार स्कीम में ऋण लेकर लाभार्थी को अपना काम शुरू करना चाहिए, पैसे का दुरूपयोग न हो। उन्होंने कहा कि परिवार उत्थान मेले, सस्ता ऋण लेकर अपना काम शुरू करने और उसके बढ़ाने के लिए है, ऐसे ऋण से मकान और विलासता की कोई चीज भी नहीं खरीदनी चाहिए। गरीब की मदद करना है सरकार का मकसदमुख्यमंत्री ने बताया कि समाज में गरीब और अमीर दो तरह के लोग हैं। अगर कोई व्यक्ति सम्पन्न है तो उसके प्रति ईष्या का भाव नहीं होना चाहिए, बल्कि तरीका यह है कि गरीब की किसी न किसी तरीके से मदद की जाए। प्रदेश में वर्षों पहले भी अनेक योजनाएं थी, लेकिन उनका फायदा चतुर लोग ही उठा लेते थे, वास्तविक लोगों को उनका लाभ नहीं मिलता था। अब गरीब कौन और कितने हैं, इसका पता लगाने के लिए प्रदेश में परिवार पहचान पत्र बनाए गए। कौन व्यक्ति किस योजना का लाभ ले सकता है, इसका खाका भी तैयार किया गया और जरूरतमंदों को मुख्यमंत्री परिवार समृद्घि योजना से जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री जन ज्योति बीमा योजना व जन सुरक्षा बीमा जैैसी ऐसे योजनाएं है, जिसकी व्यक्ति को प्रीमियम नहीं देना पड़ता, उसका वहन सरकार खुद करती है। भावी पीढ़ी के लिए कारगर साबित होंगे अंत्योदय परिवार उत्थान मेलेमुख्यमंत्री ने कहा कि जो युवा प्रतियोगी परीक्षा में अच्छे नम्बरो से उत्तीर्ण होते हैं, वे सरकारी नौकरी में आते हैं, जो नौकरी नहीं ले सकते, वह स्वरोजगार के लिए आगे आएं। प्रदेश में स्वरोजगार की अनेक स्कीमे हैं, जिनमें प्रशिक्षण के अलावा आसान किस्तों का ऋण और सब्सिडी दी जा रही है। कारीगर लोग प्रशिक्षण लेकर विदेशों में भी जा सकते हैं, जहां उनकी मांग है। अब पढ़े-लिखे लोग भी स्वरोजगार को अपना रहे हैं, इससे अगली पीढ़ी का सुधार होगा। 5 लाभार्थियों को दिए स्वीकृति पत्र – इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेले में आए 5 लाभार्थियों को बॉक्स मेकिंग मशीन, पशु डेयरी और मनियारी की दुकान जैसे कार्यों के लिए 23 लाख 88 हजार रूपये ऋण के स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इनमें कमलजीत को 15 लाख रूपये, विकास कुमार को 1 लाख 60 हजार, बाला देवी को 2 लाख, रेशमा देवी को 1 लाख 50 हजार तथा लोकेश को 98 हजार रूपये का ऋण स्वीकृति पत्र दिया गया। इसके अलावा आज ही इस मेले में 20 इसी तरह के लाभार्थियों को करीब 39 लाख रूपये के ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। बता दें कि इन सभी लाभार्थियों ने गत मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में ऋण के लिए आवेदन दिया था। मुख्यमंत्री ने अंत्योदय मेले का किया अवलोकन– मंच पर सम्बोधन से पहले मुख्यमंत्री ने आयोजित मेेले में सभी स्टालो का अवलोकन किया और उनमें मौजूद स्कीमो का लाभ लेने आए लाभार्थियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि जिस स्कीम में ऋण प्राप्त करेंगे, उसका सदुपयोग करें। अधिकारियों से उन्होंने कहा कि कोई भी आवेदनकर्ता खाली हाथ न जाए, उसे किसी न किसी स्वरोजगार स्कीम का लाभ दिया जाए। घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण ने इस अवसर पर इलाके की जनता की ओर से मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में हरियाणा विकास की बुलंदियों को छू रहा है। घरौंडा हल्का में भी अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई अंत्योदय परिवार उत्थान योजना ऐसे अनूठी योजना है, जिसमें गरीब व्यक्ति सरकारी स्कीमो का लाभ उठाकर अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है। इसे लेकर प्रदेश में अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए जा रहे हैं। मेलो की कारगुजारी देखने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं यहां का दौरा किया है। बता दें कि मेले में 1 हजार से अधिक लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें से दोपहर तक 400 से अधिक ने भिन्न-भिन्न स्कीमो में आवेदन किया। इस अवसर पर करनाल के सांसद संजय भाटिया, हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग की चेयरपर्सन निर्मला बैरागी, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के मिशन डायरेक्टर मनदीप सिंह बराड़, उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया मौजूद रहे। Post navigation सीएचजेयू प्रतिनिधिमंडल ने पत्रकारों की मांगों बारे मुख्यमंत्री से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था : न तो पर्याप्त शिक्षक न ही पर्याप्त आधारभूत शिक्षा ढांचा……….विद्रोही