बजट राशी खर्च करने के बजाय हडपने व लैप्स करने का नापाक खेल : विद्रोही

2021-22 वर्ष के लिए विभिन्न विभागों को आवंटित बजट राशी केे खर्च करने में एक माह का समय बचा होने के बावजूद भी पंचायत, नगर निकाय, बिजली, माध्यमिक शिक्षा, पुलिस जैसे कई विभाग 11 माह में फरवरी 2022 तक भी आवंटित बजट का 70 प्रतिशत धन भी खर्च नही : विद्रोही

28 फरवरी 2022स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि एक ओर भाजपा आधे-अधूरे पड़े विकास प्रोजेक्ट के लिए विगत सात सालों से पर्याप्त बजट राशी देने में समक्ष न होने के कारण विकास कार्यो को अवरूद्ध कर रही है, वहीं जो बजट राशी विभिन्न विभागों को मिलती है, उसको भी समय पर खर्च न करके जान-बूझकर उस राशी को लैप्स करके बचा रही है। विद्रोही ने कहा कि 2021-22 वर्ष के लिए विभिन्न विभागों को आवंटित बजट राशी केे खर्च करने में एक माह का समय बचा होने के बावजूद भी पंचायत, नगर निकाय, बिजली, माध्यमिक शिक्षा, पुलिस जैसे कई विभाग 11 माह में फरवरी 2022 तक भी आवंटित बजट का 70 प्रतिशत धन भी खर्च नही कर पाये। बजट राशी को लैप्स होने के समय में मार्च माह में कई विभाग आवंटित बजट राशी मेें बची 30 से 40 प्रतिशत राशी को कैसे खर्च कर पाएंगे? साफ है कि जान-बूझकर यह राशी विभागों ने खर्च नही की ताकि क्या तो वे मार्च माह में फर्जीवाडा करके इस बजट राशी को खर्च दिखाकर इसे अधिकारी व नेता मिलकर हडप ले या इस पैसे को लैप्स करके सरकारी घाटेे को कम कर ले। 

विद्रोही ने आरोप लगाया कि समय पर आवंटित बजट राशी खर्च न करने का यह खेल चाहे मार्च में फर्जीवाडे से खर्च करके हडपने का हो या इस राशी को लैप्स करके बजट घाटा कम करने का खेल हो, उक्त दोनो ही खेल मुख्यमंत्री खट्टर जी के आशीर्वाद के बिना संभव नही क्योंकि खट्टर जी मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश के वित्तमंत्री भी है। मुख्यमंत्री कार्यालय सरंक्षण में मंत्री व उच्च अधिकारी आवंटित बजट राशी को फर्जीवाडे से हडपने व लैप्स करके बजट घाटा कम करने का यह नापाक खेल सुनियोजित ढंग से खेलकर प्रदेश के विकास को अवरूद्ध करके भ्रष्टाचार से अपनी तिजौरियां भर रहे है। विगत सात सालों में इस खेल के नाम पर ही हरियाणा के फटेहाल भाजपाई-संघी सत्ता दुरूपयोग से किये गए ऐसे सुनियोजित भ्रष्टाचार के बल पर मालामाल बन गए जिस अंधा भी प्रत्यक्ष रूप से देख सकता है। ईमानदारी, पारदर्शिता, शुचिता का दावा करने वाले खट्टर राज में विगत सात सालों में उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार भी बढा है और हरियाणा के बजट के अनुरूप प्रदेश का अपेक्षित विकास भी नही हुआ है। बजट राशी को हडपने व लैप्स करने के इस खेल के चलते कांग्रेस जमाने में शुरू किये व बनाये गए विकास प्रोजेक्ट विगत सात सालों में क्या तो अधूरे पडे है या कछुआ गति से निर्माण हो रहा है। 

विद्रोही ने आरोप लगाया कि बजट राशी खर्च करने बजाय हडपने व लैप्स करने और पुराने विकास कार्यो के लिए पर्याप्त बजट न देनेे के इस नापाक खेल का सबसे बडा शिकार दक्षिणी हरियाणा व अहीरवाल का क्षेत्र है, जहां सभी महत्वपूर्ण विकास प्रोजेक्ट विगत सात सालों में आधे-अधूरे पडे है और पूरे होने का नाम नही ले रहे है। वहीं आश्चर्य यह है कि इस क्षेत्र के भाजपा से चुने हुए सांसद, विधायक कभी भी आधे-अधूरे पड़े महत्वपूर्ण विकास प्रोजेक्टों को न तो पूरा करने को मुख्यमंत्री पर दबाव डालते है और न ही कभी पर्याप्त बजट राशी की मांग करते है। यहां के भाजपा जनप्रतिनिधि व भाजपा सरकार विकास के नाम पर केवल जुमलेबाजी करके लोगों को ठगते है।

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