वन विभाग के द्वारा पर्यावरण संरक्षण संबंधी जागरूकता अभियान
विद्यार्थी को प्रतिमाह कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल, फरुखनगर में वन विभाग के प्रचार एवं प्रशिक्षण रेंज से रेंज ऑफिसर नरेंद्र धनखड़ के मार्गदर्शन में पी.आर.ओ ज्योति व सोशल मीडिया सलाहकार राजरानी विद्यालय में पहुंची। विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र यादव ने विद्यालय में आई वन विभाग की टीम का स्वागत किया।

इस मौके पर प्रधानाचार्य जितेंद्र ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि वनों के द्वारा हमें ऑक्सीजन मिलती है, जिससे जीवन चलता है। इसलिए हमें वनों को कटने से बचाना चाहिए और अपनी तरफ से उनकी देखभाल भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को प्रतिमाह कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है,  जिस पर जीवन संभव है।   इसलिए यह हमारा उत्तरदायित्व है कि हम सभी पर्यावरण की सुरक्षा का प्रण लें और अपने खुशी एवं स्वस्थ जीवन की कामना करें। गौरतलब है कि वन विभाग की प्रचार एवं प्रशिक्षण रेंज के द्वारा विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें बच्चे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं । पर्यावरण संरक्षण एक ऐसा विषय है जिसके लिए विद्यार्थियों को जागरूक होना नितांत आवश्यक है।

विभाग से आई टीम ने विद्यालय में एक चित्रकला व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी कराई। चित्रकला व वानिकी प्रश्नोत्तरी द्वारा पर्यावरण संरक्षण संबंधी जागरूकता न केवल विद्यार्थियों तक सीमित रहेगी बल्कि उनके परिवारों तक भी जाएगी। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का भी उचित अवसर मिलता है तथा इससे उनकी रचनात्मकता तथा सृजनात्मकता भी बढ़ती है।  विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र यादव ने इन प्रतियोगिताओं में पहले,दूसरे व तीसरे स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर वन विभाग की प्रचार एवं प्रशिक्षण रेंज की टीम के साथ-साथ विद्यालय के अध्यापकों में से सुशील,विक्रम,नित्यानंद, सोमदत्त का सहयोग अत्यंत सराहनीय रहा तथा अन्य स्टाफ सदस्य भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। विद्यालय के प्राचार्य,वन विभाग की टीम और विद्यालय स्टाफ सदस्यों ने वन्य संरक्षण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए बच्चों का प्रेरित किया।

error: Content is protected !!