एसटीएफ को दिए आदेश……..अदालत में आरोपियों की संपत्ति का उपलब्ध कराए ब्यौरा ताकि प्रोपर्टीअटैच कार्यवाही की जा सके शुरु गुडग़ांव, 19 फरवरी (अशोक): सोसायटी के फ्लेट से करोड़ों रुपए की चोरी के मामले में फरार चल रहे निलंबित तत्कालीन पुलिस उपायुक्त धीरज सेतिया सहित 3 आरोपियों को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनुज सहरावत की अदालत नेभगौड़ा घोषित कर दिया है और अदालत ने पुलिस को भी आदेश दिए हैं कि भगौड़ों की संपत्ति का ब्यौरा एकत्रित कर अदालत में प्रस्तुत किया जाए ताकि संपत्ति को अटैच करने की प्रक्रिया आगामी सुनवाई पर शुरु की जा सके। प्राप्त जानकारी के अनुसार करोड़ों रुपए की चोरी के मामले में नाम आने के बाद धीरज सेतिया तभी से अंडर ग्राउंड हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने उन्हें निलंबित भी किया हुआ है। धीरज सेतिया के अधिवक्ता ने अदालत में भी अपना तर्क रखा था कि इस मामले में दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए पंजाब एंड हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की हुई है जोकि अभी विचाराधीन है। अदालत इसको ध्यान में रखते हुए ही कार्यवाही करे। लेकिन अदालत ने उनके तर्क को नकारते हुए धीरज सेतिया सहित इस मामले के आरोपी गैंगस्टर विकास लगधपुरिया व चेतन उर्फ बॉक्सर को भगौड़ा घोषित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। अदालत के आदेश पारित हो जाने के बाद इस मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने और अधिक तेजी से काम करना शुरु कर दिया है और भगौड़ों को गिरफ्तार करने के हरसंभव प्रयास में भी जांच टीम जुट गई बताई जाती है। गौरतलब है कि गत वर्ष 2 अगस्त को खेडक़ीदौला थाना पुलिस क्षेत्र स्थित एक सोसायटी के फ्लेट से करोड़ों रुपए चोरी होने का मामला प्रकाश में आया था। पहले यह चोरी छोटी ही बताई जा रही थी, लेकिन ज्यों-ज्यों जांच शुरु हुई, चोरी में गए रुपयों की धनराशि करोड़ों में पहुंच गई। जिस पर खेडक़ीदौला थाना पुलिस ने 20 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरु कर दी थी। इस मामले में तत्कालीन पुलिस उपायुक्त धीरज सेतिया के संलिप्त होने के आरोप भी लगे थे, तभी उनको आरोपी बनाया गया था। जांच में जुटी एसटीएफ ने भी धीरज सेतिया के इस मामले में संलिप्तता को माना है। सेतिया जांच टीम केबुलावे पर भी जांच में शामिल नहीं हुए। इसी के चलते अदालत में भगौड़ा प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है। इस मामले में एक दर्जन से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा चुका है। Post navigation भगवान परशुराम की शिक्षा….राजा का धर्म वैदिक जीवन दर्शन का प्रसार करना: शंकराचार्य नरेंद्रानंद मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की घोषणा लागू करवाने के लिए लड़ रहे हैं : आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन