शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने लाला लाजपत राय विश्वविद्यालय में चल रहे विकास कार्यों का लिया जायजा

कहा, दूरदर्शी सोच के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें अधिकारी

हिसार, 12 फरवरी। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने शनिवार को लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने वीसी कार्यालय, प्रशासनिक ब्लॉक, शैक्षणिक ब्लॉक, छात्रावास, रिहायशी क्षेत्र, आईवीएफ लैब का निरीक्षण करते हुए कहा कि राज्य सरकार विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। लाला लाजपत राय विश्वविद्यालय का निर्माण देश में नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में होगा, जिसके लिए अधिकारी दूरदर्शी सोच के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें। हवाई अड्डा पूर्ण रूप से विकसित हो जाने पर विश्वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच संभव हो पाएगी। उन्होंने कहा कि उच्च कोटि की नस्ल की भैंसों के सीमन की मांग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है, जिसके तहत विश्वविद्यालय द्वारा इसके निर्यात की व्यवस्था की जानी चाहिए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कार्यकारी अभियंता अशोक मलिक ने विश्वविद्यालय में किए जा रहे निर्माण कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।

कुलपति डॉ विनोद कुमार वर्मा ने डॉ कमल गुप्ता को विश्वास दिलाया कि निर्माण कार्य सुचारू रूप से जारी हैं एवं विश्वविद्यालय को अगले सत्र में यहां शिफ्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में प्रशासनिक भवन, रोड़ नेटवर्क, डेयरी साईंस कॉलेज एवं पानी शोधन संयंत्र का निर्माण कार्य अतिंम चरण में है, जिसे मार्च 2022 तक पूरा कर दिया जाएगा। इन कार्यों पर 140 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। ​ दूसरे चरण में 60 करोड़ रुपये की लागत से लडक़े एवं लड़कियों के लिए आधुनिक सु-सुविधाओं से सुसज्जित छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें 400 लडक़े व लड़कियों के ठहरने की व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त 48.5 करोड़ रुपये की लागत से 100 प्राध्यापक रिहायशी भवनों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में 1.5 आईएमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य एवं आईएमएलडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इन कार्यों पर 19.5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों को जून 2022 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

इस अवसर पर लुवास से डॉ नरेश जिंदल, डॉ सज्जन सिंह, डॉ आनंद प्रकाश पांडे, पीआरओ डॉ अशोक मलिक, एसडीओ इलैक्ट्रीकल रविंद्र, प्रवीण जैन, रामचंद्र गुप्ता, दीनदयाल गोरख पूरिया, लोकेश असीजा, नरेश कौशिक, नरेश सिंगल, सुरेश धूपवाला, महावीर जांगड़ा, सतीश सुरलिया आदि उपस्थित थे।

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