केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव उस अरावली पर्वत श्रृखंला व अहीरवाल के पैदाईशी निवासी है, जहां सरकार सबसे ज्यादा अरावली व वन भूमि पर भू-माफिया, बिल्डरों का कब्जा सत्ता दुरूपयोग से करवा रही है।
केन्द्रीय वन मंत्री अरावली पर्वत श्रृंखला को बचाने के कथित प्रयासों के नाम पर सराहना करे, यही अपने आप में खेदजनक व दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। 

06 फरवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने केन्द्रीय वन एवं जनवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव के अरावली श्रृंखला को पुनस्र्थापित करने के प्रयासों के लिए हरियाणा की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को पत्र लिखने पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्री खुद गुरूग्राम जिले के जमालपुर गांव के निवासी होने के बाद भी क्या इस तथ्य से अवगत नही है कि भाजपा-खट्टर सरकार गुरूग्राम सहित पूरे दक्षिणी हरियाणा में अरावली पर्वत श्रृखंला पर सत्ता दुरूपयोग से भू-माफिया का कब्जा करवाके अरावली क्षेत्र की हरियाली को नष्ट कर रही है।

विद्रोही ने कहा कि गुरूग्राम व दक्षिणी हरियाणा की बेशकीमती अरावली पहाडियों की जमीनों पर भू-माफिया, बिल्डरों का कब्जा करवाने के लिए हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार ने तो लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पूर्व पंजाब भू-सरंक्षण अधिनियम 1900 में परिवर्तन करके अरावली पहाडों की जमीन अरावली पर्वत श्रृंखला व वन भूमि से निकालने का हरसंभव प्रयास किया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता के चलते भाजपा खट्टर सरकार का षडयंत्र कामयाब नही हो सका है। सवाल उठता है कि जो भाजपा खट्टर सरकार पंजाब भू-सरंक्षण अधिनियम 1900 में बदलाव करके खुद अरावली पहाडियों को समतल भूमि बनाने व उस क्षेत्र को वन भूमि से कृषि भूमि में बदलने के षडयंत्र में लगी हो, उस सरकार का केन्द्रीय वन मंत्री अरावली पर्वत श्रृंखला को बचाने के कथित प्रयासों के नाम पर सराहना करे, यही अपने आप में खेदजनक व दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। 

विद्रोही ने कहा कि यह हालत तो तब है जब केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव उस अरावली पर्वत श्रृखंला व अहीरवाल के पैदाईशी निवासी है, जहां सरकार सबसे ज्यादा अरावली व वन भूमि पर भू-माफिया, बिल्डरों का कब्जा सत्ता दुरूपयोग से करवा रही है। जिस तथ्य को अहीरवाल का बच्चा-बच्चा जनता है, उस कटु सत्य से मुंह फेरकर वन मंत्री का अरावली क्षेत्र को नष्ट-भ्रष्ट करने को उतारू हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार की प्रशंसा करना समझ से परे है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अरावली क्षेत्र में खनन पर प्रतिबंध है, फिर भी अहीरवाल क्षेत्र की अरावली पहाडियों में खनन माफिया भाजपा-संघी नेताओ से मिलकर ना केवल अवैध खनन करके अरावली पहाडियों को खुलेआम समतल भूमि में बदलकर सत्ता बल पर उस भूमि पर कब्जा करके अरावली व वन क्षेत्र-पर्यावरण पर गहरी चोट पहुंचा रहे है। विद्रोही ने कहा कि केन्द्रीय वन मंत्री अहीरवाल की अरावली पहाडियों व वन भूमि को बचाने के प्रयास करने की बजाय उस भाजपा खट्टर सरकार की प्रशंसा कर रहे है जो अरावली पहाडियों व वन भूमि को नष्ट करवा रही है। यह आप में एक विडम्बना में है।

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