शिक्षा के मंदिर को नही होने देंगे बंद- नवीन जयहिंद

आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने प्रदेश सरकार द्वारा अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो को 1 अप्रैल से बंद करने के फैसले पर दिया बड़ा बयान–

बंटी शर्मा

रोहतक–हरियाणा में चल रहे निजी स्कूलो की समस्या खत्म होने का नाम नही ले रही हैं पिछले कुछ दिनों पहले अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूल एक्सटेशन की मांग कर रहे थे ,निजी स्कूलो की मांग पर सरकार ने उन्हें एक साल की एक्सटेशन तो दे दी इसके साथ ही एक पत्र प्रदेश के सभी उपायुक्त के नाम जारी किया हैं जिसमे 1 अप्रैल 2022 के बाद प्रदेश में कोई भी स्कूल स्थाई मान्यता के बिना नही चल पाएगा इसकी जवाबदेही जिला उपायुक्त की होगी

प्रदेश सरकार के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदेश में चल रहे अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो को 1 अप्रैल 2022 के बाद भी बंद नही होने देंगे , अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूल शिक्षा के मंदिर हैं जिनको किसी भी कीमत पर बन्द नही होने देंगे इसके लिए मुझे कुछ भी कुर्बानी देनी पड़े, हजारो की संख्या में अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो में पढ़ा रहे शिक्षको के लिए जेल जाने को भी तैयार हु अगर प्रदेश में चल रहे अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूल बंद हो गए तो उनमें शिक्षा देने वाले हजारो अध्यापक बेरोजगार हो जाएंगे जबकि हरियाणा प्रदेश में पहले ही बेरोजगारी चरम पर हैं मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को बेरोजगारी मुद्दे पर कोई कोई जवाब नही आ रहा हैं

अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो में कार्यरत हजारो की संख्या में शिक्षकों का क्या होगा इस बात को सरकार को समझना चाहिए ,अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो के बच्चो को सरकार गोद लेने की बात कह रही हैं लेकिन उनमें नौकरी कर रहे हजारों अध्यापको के मुद्दे पर चुप हो जाती हैं क्या हरियाणा सरकार ने प्रदेश में पढ़े लिखे लोगो को बेरोजगार करने का ठेका ले रखा हैं , प्रदेश में शिक्षकों के 50 हजार पद खाली हैं लेकिन सरकार लोगो को रोजगार देने की बजाए शहरों और देहात में छोटे छोटे रोजगार कर रहे लोगो को भी बेरोजगार करने पर तुली हुई हैं

सरकार के पास ना तो बेरोजगारों के लिए कोई पॉलिसी हैं और ना ही सरकारी स्कूलो में ठीक से ढांचा बना हुआ हैं और अब अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो में पढ़ाकर अपना ओर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे अध्यापको को भी सरकार बेरोजगार करके उन्हें अपराध की ओर धकेल रही हैं स्कूलो को बन्द किया जा रहा हैं जबकि शराब के ठेकों को कोरोना में भी खोला जा रहा हैं क्या अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो के अध्यापको के लिए वो शिक्षा का मंदिर जरूरी हैं या शराब का ठेका जरूरी हैं

अगर 1 अप्रैल के बाद प्रदेश के अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलो को बन्द किया गया तो सरकार के साथ ईट से ईंट बजा देगे , अगर प्राइवेट स्कूल यूनियन या उनका कोई प्रदेशाध्यक्ष मुझ से मिलता हैं तो उन्हें मेरा खुला समर्थन हैं नवीन जयहिंद ने अपना फोन न भी हरियाणा की प्राइवेट स्कूल यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष के लिये जारी किया ओर कहा कि हरियाणा प्राइवेट स्कूल यूनियन का कोई भी प्रदेशाध्यक्ष किसी भी समय मुझ से मिल सकता हैं ओर प्रदेश में चल रहे शिक्षा के किसी भी मंदिर को बंद नही होने दिया जाएगा इसके लिए तानाशाही सरकार का डटकर मुकाबला किया जाएगा

You May Have Missed

error: Content is protected !!