आजादी अमृत महोत्सव के नाम पर एक स्वतंत्रता सेनानी को दूसरे से छोटा व बडा दिखाकर एक-दूसरे के विरोध में खडा करके ऐसा महापाप किया जा रहा है : विद्रोही जब मतदाता के जनादेश के अनुरूप सरकारे नही बनेगी तो लोकतंत्र है कहां? : विद्रोही 25 जनवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने 73वें गणतंत्र दिवस पर प्रदेंश के नागरिकों को हार्दिक बधाई देते हुए उनसे आग्रह किया कि वर्तमान मोदी-भाजपा सरकार व हरियाणा भाजपा सरकार द्वारा संविधान के साथ किये जा रहे खिलवाड़ के खिलाफ लडने की शपथ ले। विद्रोही ने कहा कि लोकतंत्र किसी व्यक्ति, पार्टी या विचारधारा विशेष से नही चलता है अपितु लोकतंत्र में संविधान सर्वोच्च होता है। लेकिन विगत 7 सालों से भाजपा-संघ सुनियोजित ढंग से संविधान, संवैद्यानिक संस्थाओं व लोकतंत्र पर चोट करके देश-प्रदेश को फासीजम की ओर धकेल रहे है। सत्ता दुरूपयोग से सुनियोजित ढंग से साम्प्रदायिकता फैलाकर लोगों को बाटकर नफरत फैलाकर समाज को तोडा व कमजोर किया जा रहा है। विद्रोही ने कहा कि विगत 7 साल में जिस तरह मोदी सरकार ने राज्यपाल पद के दुरूपयोग करके, ईडी, आईटी, सीबीआई से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को डराकर जनादेश के विपरित दलबदल, खरीद-फरोख्त से विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकारे बनाई है, वैसा भारत के 72 साल के गणतंत्र के इतिहास में कभी नही हुआ। सवाल उठता है कि जब मतदाता के जनादेश के अनुरूप सरकारे नही बनेगी तो लोकतंत्र है कहां? देश में पहली बार धर्म के आधार पर नागरिकता देने का कानून में संशोधन करके मोदी-भाजपा-संघ सरकार संविधान के मूल ढांचे पर चोट करके देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को तार-तार किया है। विद्रोही ने कहा कि सरकार के तुगलकी फैसलों, नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था गंभीर हालत में है। बेरोजगारी चरम पर है, किसान की आर्थिक हालत बद से बदतर हो रही है। चंद पूंजीपतियों की तिजौरियां भर रही है, वहीं गरीब की जेब पर सुनियोजित ढंग से डाका डाला जा रहा है। गणतंत्र दिवस पर विद्रोही ने आमजनों से अपील की कि वे देश, संविधान, लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लेकर संघी फासीजम का कडाई से विरोध करे। विद्रोही ने कहा कि आजादी के 75 सालों में 50 साल बाद पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में इंडिया गेट पर 50 सालों से जल रही अमर जवान ज्योति पर राष्ट्र की तरफ से श्रद्धाजंली नही दी जायेगी। मोदी सरकार का यह कुकृत्य इतिहास को बदलने का ऐसा कुप्रयास है जिसे देश कभी माफ नही करेगा। इसी तरह आजादी अमृत महोत्सव के नाम पर एक स्वतंत्रता सेनानी को दूसरे से छोटा व बडा दिखाकर एक-दूसरे के विरोध में खडा करके ऐसा महापाप किया जा रहा है जिसे देश कभी माफ नही करेगा और सत्ता दुरूपयोग के इस कुकृत्य से देश बटकर कमजोर होगा। Post navigation खीरा और ककड़ी की खेती से खासा मुनाफा कमा सकते हैं किसान मेरा वोट मेरा भविष्य है- एक वोट की शक्ति’