Tag: संविधान

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने फिर दिया हरियाणा में OBC क्रीमी लेयर की आय सीमा बढ़ाने की मांग पर चर्चा का नोटिस

• केंद्र सरकार आय सीमा को 8 लाख से बढ़ाकर कम से कम 10 लाख करे – दीपेन्द्र हुड्डा • दुर्भाग्य की बात है कि हरियाणा सरकार ने इसे 8…

शील, करुणा और मैत्री का ‘संगम’ है भारत का स्वधर्म

योगेन्द्र यादव इस लेख की पिछली दो कडिय़ों में देश की वर्तमान अवस्था को भारत के स्वधर्म की रोशनी में परखने का आग्रह किया गया है। आज जो हो रहा…

बोहनी तो अच्छी हुई, लेकिन सफर लम्बा है : योगेन्द्र यादव

योगेन्द्र यादव यात्रा कैसी चल रही है? कुछ असर दिखाई दिया? चुनाव में फायदा होगा? कुछ हासिल होगा भी या नहीं? जब से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कन्याकुमारी से रवाना हुई…

कोई भी मुख्यमंत्री, मंत्री, सत्तारूढ नेता कानून, संविधान से ऊपर कैसे हो सकता है ? विद्रोही

सत्ता दुरूपयोग से भाजपा-संघी सरकारेे धार्मिक जलूसों को राजनीति का औजार बनाकर समाज में जहर घोल रहे है : विद्रोही 21 अप्रैल 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष…

हिजाब बनाम भगवा गमछा….एक काम कीजिये, सभी को नंगा कर दीजिए, जिससे कपड़े की ज़रूरत ही खत्म हो जाए

महज़ यूपी चुनाव जीतने के लिए हिजाब के ख़िलाफ़ साज़िश रची गई? क्या हमारे संविधान निर्माता मूर्ख थे जिन्होंने धार्मिक आज़ादी की वकालत की थी अनुच्छेद 25 कहता है कि…

73 वां गणतंत्र दिवस…और जब पटौदी के एसडीएम और पटौदी के एसीपी की जुबान रही चुप

नागरिक प्रशासक पटौदी के एसडीएम और कानून के प्रशासक पटौदी के एसीपी. पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने तिरंगा झंडा फहराकर ली परेड की सलामी. गणतंत्र दिवस के मौके पर…

लोकतंत्र किसी व्यक्ति, पार्टी या विचारधारा विशेष से नही चलता है लोकतंत्र में संविधान सर्वोच्च होता है : विद्रोही

आजादी अमृत महोत्सव के नाम पर एक स्वतंत्रता सेनानी को दूसरे से छोटा व बडा दिखाकर एक-दूसरे के विरोध में खडा करके ऐसा महापाप किया जा रहा है : विद्रोही…

तिरंगा आसमान में लहराहते रहे संविधान की मूल भावनाओं का आदर बना रहे।

हेमंत चंद्र दुबे बबलू बैतूल जब हम एक हॉकी मैच के पूर्व की इस ऐतिहासिक तस्वीर को देखते है तो हमारा मस्तक गर्व से ऊंचा हो जाता है जिसमें हम…

पंजाब निकाय चुनाव से सबक ले सरकार, अकेला नहीं है अन्नदाता साथ खड़ा है मतदाता – दीपेंद्र हुड्डा

· सफल रेल रोको आंदोलन पर किसानों को हार्दिक बधाई. · न रेल पटरी से उतरी, न आंदोलन, · शांतिपूर्ण चक्काजाम व रेल रोको से साफ हो गया कि किसान…

भक्त पता नहीं किस मिट्टी के बने है

— पता नहीं किस सृजनहार ने रचा है इन जाहिलों को,पशु बनाना था,धोखे से इंसान बन गए! — आप सरकार चलाते हैं, देश नही— पहले डिजिटल का नारा दिया और…

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