आजाद हिंद फौज के सैनिकों को पैंशन भी कांग्रेस ने शुरू की थी आजाद हिंद फौज सैनिकों का अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ मुकदमा भी जवाहरलाल नेहरू ने लडा था तथा नेताजी की पुुत्री अनिता बोस की पढाई का प्रबंध भी नेहरू जी ने किया किया था। 24 जनवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि आजादी आंदोलन में अंग्रेजी हुकूमत के दलाल व मुखबिर बनकर स्वतत्रंता सेनानियों के खिलाफ षडयंत्र करके उन्हे जेल भिजवाने वाले, अंग्रेजी पुलिस मुठभेड़ में मरवाने वाले व अदालतों मेें गवाहियां देकर उन्हे जेल सजा दिलवाने वाले संघी आज आजादी के 75 साल बाद अपने पापों को सत्ता दुरूपयोग वे छिपाने व दबाने इतिहास से हटाने के षडयंत्र में लिप्त होकर प्रधानमंत्री मोदीजी से लेकर आम भाजपाई-संघी कार्यकर्ता महाझूठ पेल रहे है कि वे स्वतत्रंता सेनानियों का गौरव लौटा रहे है व उन्हे अनजानी के अंधेरे से निकालकर उनके आंदोलन में दिये गए योगदान को उजागर कर रहे है। विद्रोही ने कहा कि स्वतत्रंता सेनानियों की खिलाफत करने वाले अंग्रेजी हुकूमत के दलाल रहे संघी 75 साल बाद सत्ता दुरूपयोग से दावा कर रहे है कि वे ही स्वतत्रंता सेनानियों केे असली अनुयायी व उनके दिखाये रास्ते पर चलने वाले है, इससे अधिक क्रूर मजाक देश, जनता व इतिहास के साथ और कुछ नही हो सकता। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के आजादी में दियेे गए योगदान को देश का बच्चा-बच्चा जानता है। वहीं आजाद हिंद फौज के सैनिकों को पैंशन भी कांग्रेस ने शुरू की थी। आजाद हिंद फौज सैनिकों का अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ मुकदमा भी जवाहरलाल नेहरू ने लडा था तथा नेताजी की पुुत्री अनिता बोस की पढाई का प्रबंध भी नेहरू जी ने किया किया था। फिर भी मोदी-भाजपाई संघी बेशर्मी से कह रहे है कि कांग्रेस ने नेताजी के आजादी आंदोलन में दिये गए योगदान को छिपाया व सम्मान नही दिया, इससे अधिक महाझूठ और कोई नही हो सकता। विद्रोही ने कहा कि नेताजी के लिखे दस्तावेज ग्वाह है कि वे सावरकर, संघी हिन्दुत्व व आरएसएस को भारत के लिए बड़ा खतरा मानते थे। यह तो संघीयों की बेशर्मी है कि जो नेताजीे संघीयों के साम्प्रदायिक, फासिस्ट सोच के खिलाफ रहे और संघी भी जब तक नेताजी जीवित रहे, उनके विरोध में खड़े रहे। अब वे ही संघी आजादी के 75 साल बाद वोटों की राजनीति व अपने पापों को छिपाने नेताजी के अनुयायी होनेे का ढोंग कर रहे है, यह नेताजी का घोर अपमान व इतिहास के साथ क्रूर मजाक व खिलवाड़ नही तो क्या है? Post navigation बोस थे भारतमाता के सच्चे सपूत : वंदना पोपली बेमौसमी बारिश और तेज हवा से किसानों की फसलें खराब, सूरजमुखी का बीज उपलब्ध नहीं: अभय सिंह चौटाला