भाजपा गठबंधन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण पिछले कई सालों से सूरजमुखी का बीज ही उपलब्ध नहीं है सूरजमुखी का बीज अगर मिल भी रहा है तो वो बहुत महंगा है पिछले साल मानसून के दौरान हुई भारी बरसात के कारण खराब हुई फसलों का मुआवजा आज तक किसानों को नहीं दिया गया है विशेष गिरदावरी करवा कर पिछले साल के लंबित मुआवजे समेत प्रदेश के किसानों को तुरंत मुआवजा दे सरकार चंडीगढ़, 24 जनवरी: इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने तीन दिन से चल रही बेमौसमी भारी बारिश के कारण खेतों में जलभराव और तेज हवा चलने से फसलों के खराब होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को पहले ही फसलों का बहुत नुकसान हो चुका है जिस कारण से अब किसानों के सामने भीषण आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनवरी के महीने में हुई बेमौसमी बरसात से जहां आलू, गेहूं, टमाटर, पशु चारे आदि की फसल को नुकसान पहुंचा वहीं तेज हवा चलने से सरसों, तोडिया की फसल खेतों में पूरी तरह से बिछ गई हैं। चारे की फसल खराब होने से पशुओं के लिए चारे का सकंट खड़ा हो गया है।बरसात के कारण हुए जलभराव से सबसे ज्यादा नुकसान आलू उत्पादक किसानों को हुआ है। इस समय बिजाई की हुई मक्की की फसल सरकार एमएसपी पर नहीं खरीदती, जिस कारण किसान ज्यादातर सूरजमुखी की फसल पर निर्भर है। किसानों के पास सूरजमुखी की बिजाई के अलावा कोई चारा नहीं है लेकिन भाजपा गठबंधन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण पिछले कई सालों से सूरजमुखी का बीज ही उपलब्ध नहीं है। सूरजमुखी का बीज अगर मिल भी रहा है तो वो बहुत महंगा है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है इसका सबसे बड़ा उदाहरण प्रदेश की जनता के सामने है कि पिछले साल मानसून के दौरान हुई भारी बरसात के कारण खराब हुई फसलों का मुआवजा आज तक किसानों को नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री स्वयं इस पर संज्ञान लेते हुए खराब फसलों की तुरंत विशेष गिरदावरी करवा कर पिछले साल के लंबित मुआवजे समेत प्रदेश के किसानों को तुरंत मुआवजा दे ताकि किसानों पर आए आर्थिक संकट को दूर किया जा सके। Post navigation नेताजी के अनुयायी होनेे का ढोंग नेताजी का घोर अपमान व इतिहास के साथ क्रूर मजाक व खिलवाड़ : विद्रोही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रशासनिक सचिवों के साथ की उच्च स्तरीय बैठक