गुरुग्राम । मात्र एक माह पुरानी पंजाबी बिरादरी में सेवा करने वालों की बाढ़ आ गई है | हर दूसरे-तीसरे दिन लोग असहायों की सेवा में तत्पर है | मात्र एक महीने के अन्दर दोबारा कम्बल बाँटना, गर्म जैकेट बाँटना, स्व. रवि कालरा के बुजुर्गों के आश्रम में 2 सोलर गीजर लगवाना, मकर संक्रांति पर मंदिरों में खिचड़ी बाँटना और गौशाला में चारा, खल, गुड़, दलिया आदि दान देना और 1500 लोगों को मास्क बाँटना निरंतर चल रहा है |

अब दो दानवीरों ने पंजाबी बिरादरी महा संगठन के प्रधान श्री बोध राज सीकरी जी संपर्क करके आग्रह किया है कि वे गुड़गाँव के सभी के सभी 22 आर्य समाज मंदिरों में प्रयोग में आने वाले देसी घी एवं सामग्री एक महीने के लिए देना चाहते है और अपना नाम गुप्त रखना चाहते है | प्रधान सीकरी जी ने इस निमित सामग्री लेने का उत्तरदायित्व श्री कन्हैया लाल आर्य जी को और देसी घी खरीदने का उत्तरदायित्व श्री ओम कथूरिया जी को दिया है और सभी आर्य समाज मंदिरों में यह सामान बाँटने का उत्तरदायित्व श्री लक्षमण पाहूजा जी को सौंपा है | दोनों सज्जन श्री कन्हैया लाल आर्य जी एवं श्री लक्षमण पाहूजा जी आर्य समाज के प्रति पूर्णतय: समर्पित है और दोनों आर्य समाज का झंडा लहराने में तत्पर रहते है | हमारी वैदिक पद्दति आज गुरुग्राम में यदि दिन दुगनी रात चौगुनी आगे बढ़ रही है तो उसका काफी श्रेय इन दोनों महानुभावों को भी जाता है | देसी घी एवं सामग्री सभी 22 आर्य समाज मंदिरों में लक्षमण जी के सहयोग से पहुँच गई है |

ॐ नाम के हीरे मोती मैं बिखरावां गली-गली,
ले लो कोई ॐ का प्यारा शोर मचावां गली-गली

इसी जोश का एक और ज्वलंत उदाहरण श्री राजकुमार कथूरिया एडवोकेट की ओर से भी हुआ | उन्होंने सैंकड़ों कम्बल खरीद कर पंजाबी बिरादरी महा संगठन की ओर से रात बारह बजे (मध्यरात्रि) पटरियों पर सो रहे गरीब असहाय लोगों के ऊपर अपने हाथों से डाले और अपनी टीम के साथियों के साथ जिनमें श्री नरेन्द्र कथूरिया, श्री अर्जुन नासा, श्री ओ. पी. कालरा, श्री धर्मेन्द्र बजाज, श्री रमेश कामरा, श्री भीमसेन भी थे, यह नेक काम किया |

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