नगर परिषद् द्वारा हाऊस टैक्स असेसमेंट  में भारी अनिमिताए को लेकर युवा काग्रेस प्रधान मुकेश कासनिया  के  नेतृत्व जिला निगम आयुक्त को ज्ञापन दिया ,लोगों में भारी गुस्सा  

हांसी । मनमोहन शर्मा

युवा काग्रेस काग्रेस  का प्रधान मुकेश  कासनिया के नेतृत्व  में शहर में हाऊस टैक्स असेसमेंट में अनिमिताए  व भारी त्रुटियां  को लेकर एक शिष्टमण्डल जिला निगम आयुक्त अशोक गर्ग  से मिलकर उन्हे एक ज्ञापन दिया   ।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुभाष गोयल , पूर्व मंत्री अत्तर सिंह सैनी ,पूर्व सदस्य  पिछड़ा आयोग तेलू राम जागड़ा ,पूर्व प्रदेशाध्यक्ष काग्रेस निसान सैल राजेश कासनिया  के अलावा काग्रेस नेता मौजूद थैं । युवा कांग्रेस प्रधान मुकेश कासनिया   में बताया कि नगर परिषद  द्वारा हाउस टैक्स असैसमैन्ट के प्रोपर्टी सम्बन्धित जो नोटिस सारे शहर में बांटे जा रहे है उनमें भारी त्रुटियां है जिसके कारण  शहर की जनता काफी त्रस्त है और इस विषय को लेकर  ज्ञापन दिया।

 ज्ञापन में कहा कि हांसी शहर की आबादी 2001 में 75730 थी तथा आज 94000 के आस-पास है।  

 शहर में स्थित सभी भवनों की हाउस टैक्स/प्रोपर्टी टैक्स असैसमैन्ट 1999-2000 में करवाई गई जिसमें 4-5 प्रतिशत त्रुटियां थी। वर्ष 2010-13 में करवाई गई असैसमैन्ट में 40 प्रतिशत से 50 प्रतिशत त्रुटियां थी। 

वर्तमान समय में इन त्रुटियों को दूर करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा नियुक्त एजेन्सी (याक्षी) से करवाई जा रही है जिसमें 85 प्रतिशत से अधिक त्रुटियां है। प्रोपर्टी टैक्स की वसुली नगर परिषद हांसी द्वारा की जानी है, यदि असैसमैन्ट कार्य में 85 प्रतिशत त्रुटियां होगी तो प्रोपर्टी टैक्स की वसुली 100 प्रतिशत कैसे हो पाएगी।

याक्षी एजेन्सी द्वारा असैसमैन्ट के जो नोटिस बांटे जा रहे है उसमें भवन का क्षेत्रफल, भवन के निर्माण का ऐरिया, भवन में किरायेदार है या नही, भवन की लोगेशन एरिया, भवन का प्रयोग इत्यादि-इत्यादि में भारी त्रुटियां है।

खेद का विषय है कि प्रोपर्टी टैक्स की वसुली के लिए जो असैसमैन्ट करवाई गई है उसमें 85 प्रतिशत त्रुटियां होने के बावजूद सर्वे एजेन्सी को तो पेमेन्ट सरकार द्वारा कर दी गई है, परन्तु उन त्रुटियों को ठीक करवाने की जिम्मेवारी टैक्स पेयर्स पर डाल दी गई जो कानूनन रूप से गलत है।  भवन मालिक मजबूरीवश कोरोना काल में लाईन लगाकर अपने एतराज कार्यालय नगर परिषद में जमा करवाने के लिए मजबूर है।
लाल डोरा क्षेत्र में अधिकतर भवन मालिकों के पास टाईटल रिकार्ड उपलब्ध नहीं है।

एक ओर तो गांव के एरिया में लाल डोरा में स्थित सम्पति का टाईटल प्रमाण पत्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है जबकि शहरी एरिया में टाईटल प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए नागरिको को मजबूर किया जा रहा है।  जिसके चलते नगर परिषद हांसी में अराजकता चरमसीमा पर है तथा सरकार/नगर परिषद हांसी की भूमि भी प्राईवेट नागरिकों के नाम दर्ज होने की घटनाओं की सम्भावनाओं से इंकार नही किया जा सकता है जो भविष्य में अनावश्यक लिटिगेशन को बढ़ावा देने का कारण बनेगी।

यदि 1999-2000 की असैसमैन्ट सूचि को आधार बनाकर असैसमैन्ट कार्य नगर परिषद स्टाफ की सुपरवीजन एवं जवाबदेही में करवाया जाता तो निश्चित तौर पर त्रुटियां नाममात्र की होगी क्योंकि 1999-2000 की असैसमैन्ट सूची में मकान का क्षेत्रफल मकान का कवर्ड एरिया, मकान का मौका अनुसार प्रयोग, मकान किस लोकेशन एरिया में स्थित है का विवरण फिजिकल वैरीफिकेशन द्वारा मकान मालिको को नोटिस देकर उसके जवाब पर वैरीफिकेशन करवाकर असैसमैन्ट सूची फाईनल होती थी।

आपसे अनुरोध है कि याक्षी एजेन्सी द्वारा तैयार करवाई गई असैसमैन्ट सूचि नगर परिषद स्टाफ से वैरीफाईड करवाकर नगर परिषद हांसी के जिम्मेवार अधिकारी के हस्ताक्षर के साथ प्रत्येक मकान मालिक को एक माह समय अवधि नोटिस ;च्तवचमतजल ज्ंग – थ्पतम ज्ंग क्मजंपस ।ेेमेेउमदज प्दवितउंजपवदद्ध ;Chittijali Jung – First Jung Campus. भिजवाने का आदेश जारी करने का कष्ट करे ताकि नागरिकों को राहत मिल सके।