भारत देश जिंदा रहे इसलिए बलिदान देकर खून से सींचा है कांग्रेस ने इस मातृभूमि को : सुनीता वर्मा

पटौदी, 12/01/2022 :- ‘शहीदों की शहादत पर राजनीति कर रही बीजेपी को शहीद भी उधार लेने पड़ रहे हैं, क्योंकि इनका भारतीय स्वतंत्रता की लड़ाई में कोई योगदान न होने के कारण ये लोग अपने संघ या अपनी पार्टी के विचारकों, संस्थापकों के नाम पर कोई आजादी का महोत्सव भी नही मना सकते’ ये कहना है महिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सुनीता वर्मा का।

उन्होंने प्रेस के नाम विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि सुभाषचंद्र बोस की 150वीं जयंती मना रही बीजेपी के मन में इन वीर क्रांतिकारियों के लिए कोई सम्मान नही है, ये सिर्फ शहीदों के त्याग व बलिदान पर राजनीति कर रहें है। उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव जैसे कार्यक्रमों के जरिये भी ये समाज मे सिवाय नफरत बांटने के कुछ नही कर रहे।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि ये बीजेपी उस कांग्रेस पर शहीदों की उपेक्षाओं के आरोप लगा रही है जिसने इस देश के लिए बलिदान देकर इसलिए अपने खून से सींचा है ताकि ये हिंदुस्तान जिंदा रहे। उन्होंने कहा कि देश पर मर मिटने की बातें करना और देश पर अपनी जान न्यौछावर कर देना दोनों अलग अलग बातें हैं। इन बीजेपी वालों का वर्तमान और अतीत इस देश को लूटना और बर्बाद करने का रहा है।

वर्मा ने कहा कि बीजेपी जिस भी क्रांतिकारी शहीद के नाम पर कोई आयोजन करेगी निश्चित तौर पर उस वीर का इतिहास सिर्फ कांग्रेस से ही जुड़ा मिलेगा, क्योंकि कांग्रेस का इस देश को आजाद कराने में अहम योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि नफरत व अहंकार में डूबी इस किसानों की हत्यारी बीजेपी को स्वतन्त्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर कोई आयोजन करना भी स्मरण नही रहा जिनका इतिहास सादगी और बेदाग छवि का रहा है। सिर्फ एक रेल दुर्घटना की वजह से अपने पद से इस्तीफा देने वाले शास्त्री की उपेक्षा करने वाली इस बीजेपी का इतिहास सेंगर, चिन्मयानंद जैसे बलात्कारियों तथा किसानों के खून से रंगें हाथों को पनाह देने वाली का रहा है। इसलिए इन्हें शहीदों के नाम पर राजनीति करना शोभा नही देता।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि अगर इन्हें शहीदों से इतना ही लगाव होता तो ये बताएं की गांवों में स्थापित कितनी शहीद प्रतिमाओं पर इन्होंने माथा टेका, और ये बताएं कि ये लोग इन शहीद सम्मान आयोजनों को तिरंगे झंडे के तले क्यों नही आयोजित करते, क्यों ये लोग पार्टी के झंडे और बैनर के नीचे इन आयोजनों को करते हैं।

वर्मा ने कहा कि जनता इनके झूठ, पाखंड, जुमलों और ढोंग को समझ चुकी है जिसका मजा वो इन्हें उपचुनावों में चखा भी चुकी है और अब पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में इन्हें हरा कर प्यार और सच्चाई की जीत का परचम लहरायेगी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महामारी, भूख, अत्याचार, सत्ताधारी नेता और अधिकारियों की बेरुखी से त्रस्त जनता के पास अब समय आ गया है अपने वोट की ताकत से इन ढोंगियों को बदलने का।

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