सोमवार 10 जनवरी को पैतृक गांव लोकरा में श्रद्धांजलि सभा. 3 को जरावता की माता श्रीमती गुलाब कोर का हुआ देहावसान फतह सिंह उजालापटौदी । पटौदी के एमएलए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री एडवोकेट एमएलए सत्यप्रकाश जरावता को सांत्वना देने के लिए अनेक लोग संडे को मानेसर उनके आवास पहुंचे। मानेसर आवास पहुंचे लोगों ने हुतात्मा श्रीमती गुलाब, पत्नी स्वर्गीय श्री रामकुमार कबीरपथी के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए परम पिता परमेश्वर से अपने श्री चरणों में स्थान उपलब्ध कराने की कामना की। विधानसभा चुनावों में सत्य प्रकाश जरावता के मुकाबिल चुनाव लड़ने वाले पहाड़ी गांव के निवासी पूर्व सरपंच नरेंद्र पहाड़ी, अजय नंबरदार सहित अनेक प्रबुद्ध नागरिक शोक संतप्त जरावता परिवार को इस दुख की घड़ी में ढ़ांढ़स बंधाने सहित दुख को साझा करने के लिए पहुंचे । सोमवार 10 जनवरी को एमएलए जरावता के पैतृक गांव लोकरा में ही उनकी माता हुतात्मा श्रीमती गुलाब कोर की आत्मा की शांति के लिए प्रातः 10 बजे श्रद्धांजलि सभा और हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। गांव लोकरा में ही पैतृक आवास पर रसम पगड़ी भी संपन्न होगी । दुख साझा करने और सांत्वना देने के लिए पहुंचे प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि मां और परिवार के सदस्यों में पुत्र हो या पुत्री सभी के बीच एक ऐसा रिश्ता होता है, जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। मां बिना कुछ बताए ही अपने बच्चों की हर पीड़ा, दुख, जरूरत इत्यादि को महसूस करते हुए उसका समाधान भी करती है और यदि कोई किसी भी प्रकार की बच्चों के सामने परेशानी हो तो उनका हौसला भी बढ़ाती रहती है । परिवार में मां और पिता दोनों की मौजूदगी हमेशा परिवार के सदस्यों को एक अनकहा सुरक्षा का माहौल भी प्रदान करती है। वास्तव में मां परिवार का एक ऐसा सदस्य होती है, जिससे बना रिश्ता परिवार की कई पीढ़ियों तक परिवार के सदस्यों को प्रेरणा प्रदान करता रहता है। वृद्धावस्था में माता को सबसे अधिक जरूरत अपने बच्चों की ही होती है। क्योंकि बच्चे ही वृद्धावस्था में अपने अभिभावकों की सेवा टहल भी करते हैं । लेकिन यह भी कटु सत्य है कि प्रत्येक व्यक्ति की अथवा इंसान की परम पिता परमेश्वर के द्वारा आयु निर्धारित की गई है और यह आयु पूरी होने के बाद परमपिता परमेश्वर के बुलावे पर जाना भी पड़ता है। Post navigation राव इंद्रजीत को भी दिखाओ 50 लाख के उद्घाटन किए सड़क का हाल वर्षा से सरसों की फसल बर्बाद : सुखबीर तंवर