–कमलेश भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को पंजाब के सीमांत जिले फिरोजपुर में रोके जाने पर विवाद और चर्चा अभी थमने का नाम नहीं ले रही । जहां भाजपा मीडिया इस घटना पर कांग्रेस की आलोचना कर रहा है ,वहीं कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ है कि मोदी का काफिले को रोका गया । इसके बावजूद कांग्रेस हाईकमान श्रीमती सोनिया गांधी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक की जांच करवाने की हिदायत देते कहा कि प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के नहीं , सारी देश के प्रधानमंत्री हैं । इस मामले की गहराई से जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये । दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति से मिले और इसके बाद राज्य व केंद्र ने जांच के लिए समितियां बनाई गयीं । केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर कह रहे हैं कि गृह मंत्रालय इस पर कड़ा फैसला लेगा । हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यदि पीएम की सुरक्षा में कमी है तो देश में कोई भी सुरक्षित नहीं माना जा सकता । यह भी जोड़ दिया कि अभी तक किसानों की मांगें पूरी तरह मानी नहीं हैं । इसलिए किसानों में नाराजगी है । इस सबसे हटकर संयुक्त किसान मोर्चा कह रहा है कि प्रधानमंत्री पर खतरे की बात मनगढंत है और वीडियो में यह स्पष्ट है कि प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के काफिले के पास जाने की कोशिश भी नहीं की । काफिले के पास केवल भाजपा कार्यकर्त्ता झंडे लेकर मौजूद हैं । प्रधानमंत्री की जान को खतरे वाली बात मनगढ़ंत है । मज़ेदार बात कि हमारी नयी विशेषज्ञा और फिल्म अभिनेत्री कंगना रानौत इस मुद्दे पर बयान देने से कैसे पीछे रहतीं ? कह दिया कि पंजाब आतंकी गतिविधियों का ‘हब’ बन रहा है । प्रधानमंत्री पर हुए हमले को लोकतंत्र पर हमला करार दिया इस विशेषज्ञा ने ।इस तरह प्रधानमंत्री पर पंजाब में हुआ हमला या काफिले के असफल होकर वापस आने पर बहस बढ़ती जा रही है । सवाल यह है कि इसका पंजाब या अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर क्या कोई असर दिखेगा ? पंजाब में भाजपा का खुद कोई प्रभावशाली प्रदर्शन कभी नहीं रहा । शिरोमणि अकाली दल( बादल गुट) से गठबंधन ही इसे सत्ता सुख दिलाता रहा है और कृषि कानूनों के बाद से इनका गठबंधन टूट चुका है । भाजपा पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह के सहारे उतर रही है इस बार और दलबदल कर कांग्रेस व अकाली दल के कुछ नेताओं को अपने पाले में ला रही है । ‘आप’ के सांसद भगवंत मान ने खरीदने की कोशिश की पोल खोल कर रख दी । अब इस घटना से क्या भाजपा का ग्राफ बढ़ेगा? यह अपने आप में एक प्रश्न है । क्या इस बबाल को राजनीति से जोड़कर देखा जाये ? नहीं । प्रधानमंत्री की सुरक्षा राजनीति का नहीं , देश के गौरव का विषय है । इस पर गंभीरता से जांच होनी चाहिए और जैसा सोनिया गांधी ने कहा वैसे ही सख्ती से कार्यवाही भी होनी चाहिए ।-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । Post navigation एचएयू स्थित एबिक सेंटर व यश बैंक के बीच द्विपक्षीय समझौते पर हुए हस्ताक्षर पंजाब के आमजनों में भाजपा व मोदी के प्रति जबरदस्त जनाक्रोश है : विद्रोही