महेंद्रगढ़ शहर से खास रिपोर्ट सुरेश पंचोली✍️ पत्रकार की

महेंद्रगढ़ में शाम ढलते ही सूरज जैसे ही अस्त होता है शराबियों की टोलियां शहर के ठेकों के आसपास अपना वर्चस्व दिखाते हुए दिखती हैं जी हां ऐसा ही नजारा आज मैंने अभी राव दिलीप सिंह के पेट्रोल पंप के सामने दादरी रोड पर ठेके के साथ देखा जहां पर शराबी मस्त हुए पड़े थे और ठेकेदार को किसी तरह की कोई मतलब नहीं है उसके साथ लगती हुई दुकान पर लोग खुलेआम जाम से जाम टकराते हैं लेकिन पुलिस प्रशासन का कोई मतलब नहीं है.

इसके अलावा शहर के कैंची मोड़ पर इस तरह का नजारा सरेआम देखा जा सकता है सब्जी मंडी के पास शॉपिंग कंपलेक्स में अन्य जगहों पर जहां पर कुछ अंडों की रेडिया लगती है वहां पर सर्दी के सुहाने मौसम में लोग बैठकर जाम से जाम टकराते हैं लेकिन पुलिस प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है अगर गुप्त रूप से उन लोगों से बात की जाए तो उनका मानना है कि हमारी सब सेटिंग है.? हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता जबकि सरकार मानती है कि ओमिक्रॉन्न की वजह से लोगों को दिक्कत आ सकती है लेकिन इन शराबियों के जहन में उनका भी कोई असर नहीं है क्योंकि सब सेटिंग का खेल है। ? बाकी मैं इतना कहना चाहूंगा की इस शहर में आज बहुत ही अराजकता का माहौल है लोग अपने आप को डरा हुआ सा महसूस कर पा रहे है शाम को 6:00 बजे बाद शराबी व्यक्तियों का दबदबा है.

पुलिस प्रशासन/ सरकार को /एसडीम साहब को इस तरफ ध्यान देना चाहिए ऐसा मेरा अपना व्यक्तिगत मानना है जिससे कि समाज में शांति का माहौल बन सके ?आपको बताना चाहेंगे कि महेंद्रगढ़ शहर में इस तरह का कोई भी स्थान नहीं है जहां पर सार्वजनिक रूप से शराब का सेवन किया जा सके या सरकार द्वारा अप्रूव्ड बार हो लेकिन चाहे शहर पर डूलाना रोड हो या कहीं और हो सब जगह खुलेआम शराब बिकती है और खुले आम लोग अंडों की दुकान पर बैठकर या किसी अन्य स्थान होटलो पर ढाबो पर बैठकर शराब का सेवन कर रहे हैं और अपराधों को अंजाम दे रहे हैं लेकिन पुलिस क्यों शांत है इस पर विचार करना चाहिए???

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