21 दिसम्बर 2021 -स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार व जिला प्रशासन हर सप्ताह मनेठी माजरा एम्स निर्माण के लिए बैठक-बैठक का खेल खेलकर निर्माण प्रक्रिया जल्दी पूरी करने के झांसे तो देता है, पर उन पर यही कहावत लागू होती है कि नौ दिन में चले अढाई कोस। विद्रोही ने कहा कि अब रेवाडी जिला प्रशासन ने एम्स निर्माण के संदर्भ में विभिन्न कमेटियां बनाने के जुमले के साथ एम्स कितना लाभदायक है, इसका गुणगान किया है। एम्स कितना बडा संस्थान है और इसके कितने फायदे है, किस-किस क्षेत्र को लाभ होगा, यह सरकार व प्रशासन को बताने की जरूरत नही। यदि दक्षिणी हरियाणा, अहीरवाल के लोगों को एम्स स्वास्थ्य संस्थान के फायदों को पता नही होता तो विगत साढ़ेे 6 साले सेे वे एम्स बनाने के लिए भाजपा सरकार को मजबूर करने के लिए आंदोलन नही चलाते। माजरा गांव के किसान अपनी करोडों की जमीन कोडियों के भाव सरकार को नही देते। सरकार व प्रशासन को जुमलेबाजी करके लोगों को भावनात्मक रूप से ठगने की बजाय बताना चाहिए कि मिनटो का काम महीनों में क्यो हो रहा है? विद्रोही ने सवाल किया कि एम्स के लिए जमीन देने वाले किसानों को आपसी सहमति से मंजूर जमीन का मुआवजा देने में कौनसी समिति बनाने की जरूरत है? यदि भाजपा सरकार एम्स निर्माण शीघ्र शुरू करने को गंभीर है तो जमीन मुआवजा की राशी किसानों के बैंक खातों मं डालने से कौन रोक रहा है? जब सरकार जमीन लेने को तैयार है और किसान जमीन देने को तैयार है तो एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन को सरकार कब्जे में लेकर राजस्व रिकार्ड में एम्स के नाम दर्ज करने में देरीे क्यों कर रही है? क्या जमीन पर कब्जा लेकर उसे एम्स के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने पर भी किसी समिति की जरूरत है? विद्रोही ने कहा कि जब सरकार जमीन मुआवजा देकर जमीन अधिग्रहण करने की पहली सीढी पार करने में ही अनावश्यक देरी कर रही है तो उसकी गंभीरता, ईमानदारी पर सवाल तो उठेंगे ही। वहीं सरकार, प्रशासन बार-बार लोगों को सहयोग देने का राग अलापते है। सहयोग देने की बात तो तब उठती जब कोई विरोध कर रहा हो? जब दक्षिणी हरियाणा व माजरा गांव का हर व्यक्ति एम्स बनाने प्रति प्रतिबद्ध, ईमानदार है तो प्रशासन-सरकार किस सहयोगे का राग अलाप रहा है, यह समझ से परे है। विद्रोही ने भाजपा सरकार को चेतावनी दी कि वह लोगों के धैर्य की और परीक्षा न ले और अविलम्ब एम्स निर्माण की कानूनी औपचारिकताएं पूरी करे अन्यथा लोगों का सब्र का पैमाना छलक गया तो भाजपा सरकार व जिला प्रशासन के लिए इतनी बडी परेशानियां उत्पन्न होगी कि उनके संभालने से भी स्थिति नही संभलेगी। Post navigation पढ़ा लिखा योग्य युवा सरकार के प्रति गुस्से में है, आक्रोषित है और अपने भविष्य को लेकर नाउम्मीद है: अभय सिंह चौटाला इनेलो सुप्रीमो ने उमेद लोहान को सौंपी इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी