सीडीएस बिपिन रावत हेलीकाप्टर हादसे मे निधन से हर वर्ग के लोग शोक में डूबे।

भिवानी जयवीर फोगाट

9 दिसंबरसीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकाप्टर हादसे में निधन होने से हर वर्ग के लोग शोक में डूबे हुए हैं। जनरल और उनके साथ बारह सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए वैश्य महाविद्यालय के एनसीसी कडेट्स ने वैश्य महाविद्यालय से नेहरू पार्क में स्थित शहीद स्मारक तक कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च में एनसीसी कडेट्स के साथ भिवानी के उपायुक्त रमनदीप ढिल्लो अतरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल, एस डी एम संदीप अग्रवाल, कर्नल रजनीश महता सूबेदार सुरेंदर सिंह, सूबेदार राजकुमार महाविधालय ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता महाविद्यालय की प्राचार्या सुधा चौहान, एनसीसी अधिकारी अनिल कुमार तंवर, मनीष कुमार, महाविद्यालय के प्राध्यापक संजय गोयल, हरिकेश पंघाल, अनिल शर्मा, पवन कुमार गुप्ता मैडम वंदना वत्स सहित अनेकों गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

नेहरु पार्क स्थित शहीद स्मारक पर दिवंगत आत्माओं को मौन श्रद्धांजलि भी दी गई। कैंडल मार्च के पश्चात उपायुक्त आर एस ढिल्लो ने कहा कि हैलीकाप्टर हादसे में जनरल उनकी पत्नी समेत सेना से जुड़े अन्य लोगों की मौत देश के लिए बड़ी क्षति है। वह सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे, जिन्होंने अत्यंत भक्ति के साथ मातृभूमि की सेवा की है। उनके अनुकरणीय योगदान और प्रतिबद्धता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल ने जनरल बिपिन रावत को एक एक उत्कृष्ट सैनिक बताते हुए कहा कि वह एक सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया। कर्नल रजनीश महता और महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता कहा कि भारत के पहले सीडीएस के रूप में, जनरल रावत ने रक्षा सुधारों सहित हमारे सशस्त्र बलों से संबंधित विविध पहलुओं पर काम किया। वह अपने साथ सेना में सेवा करने का एक समृद्ध अनुभव लेकर आए। भारत उनकी असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा। महाविद्यालय प्राचार्या व महाविद्यालय के एन सी सी अधिकारी अनिल कुमार तंवर ने कहा कि जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की थी। पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों की संयुक्तता की योजना तैयार की थी।

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