• सांसद दीपेंद्र ने ढांसा बार्डर किसान धरने पर पहुंच किसानों का हाल-चाल जाना
• एचपीएसएसी उम्मीदवार की योग्यता की बजाय उसकी जेब की जांच कर रहा है कि वो कितने पैसे दे सकता है – दीपेंद्र हुड्डा
• लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया। मौजूदा सरकार न जवान की है न किसान की है वो सिर्फ धनवान की है- दीपेंद्र हुड्डा
• हरियाणा भर्ती घोटाले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करायी जाए – दीपेंद्र हुड्डा
• जब तक भर्ती घोटाले की जांच नहीं होती संसद में इसे उठाते रहेंगे – दीपेंद्र हुड्डा

झज्जर, 5 नवंबर। सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज ढांसा बार्डर पर चल रहे किसान धरने पर पहुंचे और वहां मौजूद किसानों का हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने कहा किसानों को अपने भाव की और नौजवानों को अपने रोजगार की लड़ाई लड़नी पड़ेगी। देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। जिसे मौजूदा सरकार ने पलट कर जय धनवान कर दिया। ये सरकार न किसानों की है, न जवानों की है ये सिर्फ धनवानों की है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बादली हलके के गांव कलोई में महान् स्वतंत्रता सेनानी पं. श्रीराम शर्मा जी की स्मृति में पं. श्रीराम धर्मशाला के तीसरे वार्षिक उत्सव में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल, विधायक कुलदीप वत्स प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ सरकार किसानों के खून पसीने की कमाई को चंद सरमायेदारों के गोदामों में भर देना चाहती है। वहीं हरियाणा के नौजवानों को रोजगार देने की बजाय, जो धनवान हैं उनको पैसे लेकर नौकरियां बांटने का खेल चल रहा है। हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन और हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन उम्मीदवार की योग्यता की जांच करने की बजाय उसकी जेब की जांच कर रहा है कि वो कितने पैसे दे सकता है। उसकी जेब में कितना माल है। खुलेआम दफ्तरों में करोड़ों रुपये की घूस लेकर नौजवानों की नौकरियों को परचून की दुकान पर बिकने वाले समान की तरह बेचा जा रहा है और सरकार ईमानदारी का ढिंढोरा पीट रही है।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जब भी वो संसद में किसान या जवान का मुद्दा उठाते हैं उन्हें बोलने से रोक दिया जाता है। उनका माईक बंद कर दिया जाता है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा का भर्ती घोटाला आजादी के बाद का संभवतः सबसे बड़़ा भर्ती घोटाला है। इसके तार कई प्रदेशों से जुड़े हुए हैं जिसका केन्द्र हरियाणा है। जब तक इसकी जांच नहीं होगी वो संसद में इस मुद्दे को उठाते रहेंगे। उन्होंने मांग करी कि प्रदेश के युवाओं का भविष्य बेचने वालों को सजा दिलाने के लिये हरियाणा भर्ती घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करायी जाए। उन्होंने बताया कि सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम है यदि ‘हरियाणा भर्ती घोटाले’ की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में निष्पक्ष जांच के आदेश नही दिए गए तो 19 दिसंबर को सोनीपत में युवा आक्रोश रैली होगी।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सबसे बडा दुःख इस बात का है कि जो प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार देने के मामले में देश भर में नंबर 1 पर था। दूसरे प्रदेशों से नौजवान हरियाणा में आकर रोजगार हासिल करते थे। लेकिन आज वही हरियाणा पिछले कई साल से बेरोजगारी दर के मामले में देश में सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी दर झेल रहा है। इस महीने सीएमआईई के ताजा आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में बेरोजगारी दर अभी भी पूरे देश में सबसे ज्यादा 29.3 प्रतिशत है।

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