कृषि कानून वापिस हुए हैं तो किसानों पर दर्ज केस भी जल्द होने चाहिए वापिस- हुड्डा
भर्ती घोटाले में सरकार पाक-साफ तो जांच से संकोच क्यों?- हुड्डा
नौकरियों को बेचने वाले दुकानदार की बजाए सेल्समैन पर कार्रवाई की खानापूर्ति कर रही है सरकार- हुड्डा

5 दिसंबर, भिवानीः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि 3 कृषि कानून वापिस हो गए हैं तो आंदोलनरत किसानों पर दर्ज मुकदमे भी जल्द वापस होने चाहिए। साथ ही आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारों को आर्थिक मुआवजा और सरकारी नौकरी देनी चाहिए। हुड्डा ने कहा कि सरकार को एमएसपी समेत किसानों के बाकी मुद्दों पर भी बातचीत आगे बढ़ानी चाहिए। लोकतंत्र में विचारों के आदान-प्रदान से ही हर समस्या का समाधान संभव है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज भिवानी में ‘लोकतंत्र की वर्तमान चुनौतियां’ विषय पर आयोजित एक व्याख्यान सम्मेलन में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने देश में लोकतंत्र की स्थापना, उसकी प्रक्रिया से लेकर वर्तमान चुनौतियों तक पर अपने विचार रखे।

कार्यक्रम के बाद भर्ती घोटालों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार इन घोटालों पर सफाई देने की कोशिश कर रही है। लेकिन जनता को सरकार की सफाई नहीं बल्कि निष्पक्ष जांच चाहिए। बीजेपी-जेजेपी सरकार के दौरान नौकरियों को परचून की दुकान पर सामान की तरह बेचा जा रहा है। फिर भी सरकार की तरफ से पूरे मामले की लीपापोती की जा रही है। इसलिए सरकार नौकरियों की सेल लगाने वाले दुकानदार को पकड़ने की बजाए सिर्फ सेल्समैन को पकड़कर खानापूर्ति कर रही हैं। विपक्ष की मांग है कि सरकार को हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में पूरे घोटाले की जांच करवानी चाहिए। अगर सरकार अपने आप को पाक-साफ बता रही है तो फिर उसे जांच से संकोच क्यों है?

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