रेवाडी , 25 नवम्बर 2021 – शुक्रवार को एक सरकारी कार्यक्रम के लिए बावल आ रहे मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने सीधा सवाल किया कि आखिरकार उनके राज में रेवाडी वासी कब तक पीने के पानी की कमी झेलते हुए हर माह पानी सप्लाई में राशनिंग झेलते रहेंगे। विद्रोही ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खटटर अहीरवाल को कांग्रेस सरकार की तुलना में ज्यादा नहरी पानी देने का जुमला उछालते है, वहीं जब से वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने है, तब से अब तक विगत साल से रेवाड़ी शहर व अहीरवाल के कई क्षेत्रों मेें हर माह पीने के पानी की सप्लाई में राशनिंग होती है।

हालत यह है कि अब रेवाड़ी में 15 दिसम्बर तक पानी सप्लाई की राशनिंग के तहत एक दिन छोडकर पानी की सप्लाई होगी। विडम्बना यह है कि यह एक माह का कार्य न होकर अपितु हर माह का रोना है। मुख्यमंत्री दावे तो बड़े-बड़े करते है, लेकिन रेवाडी को पीने का पर्याप्त पानी मिलेे, इस पर जुमलेबाजी के अलावा जमीन पर कुछ नही करते। 

विद्रोही ने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे शुक्रवार को बावल की जनसभा में बताये कि रेवाड़ी को पीने के पानी की कमी से कब छुटकारा मिलेगा। रेवाडी व अहीरवाल को वादे, दावे नही अपितु जमीन पर पीने के पानी की पर्याप्त सप्लाई चाहिए। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर जी जब आपकी भाजपा सरकार अहीरवाल को पीने का पानी भी नही दे पा रही है तो कथित विकास के दावों का क्या औचित्य है? विकास के दावे करने से पहले खट्टर जी लोगों को पीने का पर्याप्त पानी तो दे दे। 

विद्रोही ने कहा कि आज से 6 वर्ष 4 माह 21 दिन पहले खट्टर जी ने मनेठी में एम्स बनाने की जो घोषणा की थी, वह घोषणा आज तक पूरी नही हो पा रही है। एम्स बनना तो दूर खट्टर जी के दो माह पहले दिये आश्वासन के बाद भी आज तक एम्स के लिए जमीन देने वाले माजरा के किसानों को जमीन का मुआवजा तक नही मिला और न ही सरकार ने उक्त जमीन अपने कब्जे में ली है।

मुख्यमंत्री ने लगभग साढ़े 6 साल पूर्व बावल में ही मनेठी एम्स बनाने की घोषणा की थी जो अभी तक पूरी नही हुई है। ऐसी स्थिति में विद्रोही नेे मुख्यमंत्री खट्टर जी से आग्रह किया कि वे बावल में ही बताये कि मनेठी-माजरा एम्स किस तारीख को पूरा हो जायेगा। सरकार किस तारीख तक किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा देकर जमीन अपने कब्जे में लेगी और किस तारीख को एम्स निर्माण की सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करके विधिवत रूप से माजरा में एम्स की आधारशिला रखेंगे। आशा है कि मुख्यमंत्री बावल आगमन पर मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के पूरे कलेंडर की घोषणा करके हर कार्य को पूरा करने की निश्चित तिथि बताकर एम्स प्रोजेक्ट को विद्युत गति से पूरा करने की दिशा में ठोस, रचनात्मक व सकारात्मक कदम उठाएंगे।