नांगल चौधरी के सामाजिक संगठन और पत्रकार हुए एकजुट ,  पत्रकार पर झूठा मुकदमा रद्द करवाने की मांग

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । मंडीअटेली के सरकारी अस्पताल में खबर कवर करने गई मीडिया की टीम पर सरकारी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत व्यक्ति के द्वारा दी गई झूठी शिकायत के बाद दर्ज हुई प्राथमिकी को लेकर प्रदेश स्तर पर विरोध जारी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने लैब टेक्नीशियन को 14 दिन के लिए मंडी अटेली से कनीना अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर भेजा है।

आपको बता दें की पत्रकार हरविंदर यादव व पीयूष सोनी के द्वारा मंडी अटेली के सामान्य अस्पताल में एक खबर को कवर किया गया था। वहीं आम जनता को हो रही असुविधाओं के बारे में खबर बना प्रमुखता से दिखाई गई थी। खबर दिखाए जाने के 4 दिन बाद अटेली थाने में झूठी शिकायत दी गई और पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद जिला स्तर के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर भी लगातार एफआइआर को निरस्त करने की मांग उठाई जा रही है। इस मामले में विभिन्न सामाजिक संस्थाएं में इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।

सोमवार को नांगल चौधरी के पत्रकार एकजुट हुए । एक बैठक  के बाद निर्णय लिया गया कि पत्रकारों के खिलाफ आए दिन झूठी शिकायतें देकर उन पर दबाब बनाने की कोशिश की जा रही है। दबाव की रणनीति के चलते कोई पत्रकार स्वतंत्र तरीके से पत्रकारिता नहीं कर पाएगा। इसके विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन देने वालों में नांगल चौधरी से वरिष्ठ पत्रकार सुभाष शर्मा, जिला उपाध्यक्ष दलवीर जौहरी, वरिष्ठ पत्रकार सुशील भारद्वाज, पूर्व प्रधान रामपाल फौजी, पत्रकार भीम सिंह सहरावत, पत्रकार शुभम शर्मा, पत्रकार लालचंद गुर्जर, सुरेंद्र यादव, संजय शर्मा, सूबेसिंह यादव व जसपाल यादव मौजूद रहे । ज्ञापन देने वालों में सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग तथा इंद्रशर्मा नंबरदार जैसे संभ्रांत नागरिक भी शामिल थे।

ज्ञापन में पत्रकारों के द्वारा मांग की गई है कि जल्द से जल्द मंडी अटेली थाने में दर्ज मुकदमे को खारिज किया जाए व झूठी शिकायत देने वाले के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। साथ ही लैब टेक्नीशियन को सस्पेंड किया जाए क्योंकि मंडीअटेली अस्पताल में आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसके बाद ही खबर दिखाई गई थी।

इस मामले में पत्रकार रामपाल फौजी ने बताया कि अभी पत्रकारों की लगातार मीटिंग चल रही है और जल्दी अगर इस दर्ज मुकदमे को रद्द नहीं किया गया तो रोड पर आकर एक जन आंदोलन किया जाएगा।

error: Content is protected !!