हेली मंडी में रैन बसेरा में आग के बाद एसडीएम प्रदीप कुमार ने किया दौरा. किसी भी सक्षम अधिकारी से रैन बसेरा में आग की जांच के लिए निर्देश. एचपीएल कंपनी से संपर्क कर रैन बसेरा का पुनर्निर्माण करें सुनिश्चित फतह सिंह उजालापटौदी । तेजी से बदलते मौसम और बढ़ती ठंडक को देखते हुए जरूरतमंद और मुसाफिरों के सर्दी में ठहरने के लिए किसी भी उचित और सुरक्षित स्थान की व्यवस्था करने के निर्देश हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन को पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार के द्वारा दिए गए हैं। बुधवार को पटौदी रेलवे स्टेशन के नजदीक मिर्जापुर रोड पर वार्ड नंबर 7 बुधवार को रैन बसेरा में लगी आग के बाद एसडीएम प्रदीप कुमार मौका मुआयना करने के लिए पहुंचे थे । साथ में हेली मंडी नगरपालिका के सचिव पंकज जून, पालिका पार्षद राजेंद्र गुप्ता, पालिका पार्षद मदन लाल अग्रवाल, हेली मंडी नगरपलिका के जेई अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। एसडीएम प्रदीप कुमार ने रैन बसेरा में आग लगने के बाद यहां हुए नुकसान और रेन बसेरा के क्षतिग्रस्त होने का मौके पर पहुंचकर जायजा लिया । गौरतलब है कि प्लास्टिक और फाइबर जैसे मेटेरियल से बनाए गए रैन बसेरा में बुधवार दिन ढले अचानक आग भड़क उठी थी । इसी भड़की आग में रेन बसेरा की उपरी मंजिल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई । इतना ही नहीं आग की लपटों और तपिश के कारण रैन बसेरा निर्माण में जो एलमुनियम व अन्य मेटेरियल का इस्तेमाल किया गया था, वह भी पूरी तरह से कबाड़ में बदल चुका है । रैन बसेरा का मुआयना करने के बाद पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने हेली मंडी नगर पालिका सचिव पंकज जून को निर्देश दिए कि रैन बसेरा में आगजनी की जांच जिला नगर आयुक्त से संपर्क कर किसी अनुभवी और सक्षम जांच अधिकारी को नियुक्त कर करवाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बदलते मौसम घटते तापमान में बढ़ती ठंडक को ध्यान में रखते हुए जरूरतमंद और मुसाफिरों के ठहरने के लिए किसी अन्य बिल्डिंग में जहां भी उचित और सुरक्षित स्थान उपलब्ध हो, वहां पर तत्काल व्यवस्था की जाए। गौरतलब है कि रैन बसेरा एचपीएल कंपनी के द्वारा बनाया गया है। रैन बसेरे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हरियाणा सरकार के द्वारा विभिन्न पालिका क्षेत्रों में पालिका प्रशासन के द्वारा उपलब्ध करवाई गई जमीन पर ही बनवाए गए हैं । खास बात यह है कि इन रैन बसेरा को बनाने में अधिकांशत प्लास्टिक शीट, फाइबर जैसे फैब्रिकेटर्स और अलमुनियम का ही अधिक इस्तेमाल किया गया है जो कि बेहद संवेदनशील और ज्वलनशील श्रेणी में माना जाता है । हेली मंडी के रैन बसेरा में आगजनी की घटना के बाद एक सवाल यह भी जवाब मांग रहा है कि जितने भी रैन बसेरा बनाकर तैयार किए जा चुके हैं और जहां जहां भी जरूरतमंद बेसहारा घुमंतू अथवा मुसाफिर ठहरते हैं, ऐसे सभी रैन बसेरा में आग बुझाने के लिए किस प्रकार की व्यवस्था की गई है। पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने बताया कि हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन को कहा गया है कि रैन बसेरा का निर्माण करने वाली एचपीएल कंपनी से संपर्क करके आग से क्षतिग्रस्त हुए रैन बसेरा के पुनर्निर्माण का कार्य जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए । जिससे कि रैन बसेरा जिस लक्ष्य और सुविधा को लेकर बनाया गया उसका लाभ जरूरतमंद लोगों को मिलता रहे। Post navigation … और लाक्षागृह की तरह से घूं-धूं कर जला रैन बसेरा एसडीएम का औचक निरीक्षण….हेली मंडी वार्ड 5-7 व छोटी बाजारी में सीवरेज का एस्टीमेट बनाने के निर्देश