खेती की घटती जोत और एनसीआर में ताजा फल व सब्जियों की मांग को पूरा करने के लिए किसानों के लिए सब्जी, बागवानी बेहतर विकल्प: जेपी दलाल
भावान्तर भरपाई ,पीएम फसल बीमा और मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना से हुए किसान जोखिम फ्री
योजना के तहत सूचीबद्ध फसलों के उत्पादकों को दिया जाएगा

लोहारू/बहल, 18 नवंबर। प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए सब्जियों व बागवानी की फसलो को अपनाए ताकि लाखों रुपया प्रति एकड़ का खासा मुनाफा मिले। किसानों को फसल विविधीकरण के तहत लगाई गई बागवानी फसलों में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजन लागू की गई है। किसानों की आय को दोगुना करने व बागवानी खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए बागवानी विभाग के माध्यम से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। इन योजनाओं के अंतर्गत किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जा रही है। इसलिए किसान पारंपरिक खेती के स्थान पर सब्जी व बागवानी खेती अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं।

कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल बुधवार को गांव ढाणी ढोला,ढिगावा श्यामियांन,भुंगला,नकीपुर,बहल आदि गावों में लोगो से रूबरू हो रहे थे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनका मौके पर ही समाधान किया। कृषि मंत्री अनेक विवाह समारोह में शामिल हुए और नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया। श्री दलाल ने कहा कि सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह 19 नवंबर को लोहारू के विश्राम गृह में आएंगे तथा वे सिंचाई परियोजनाओं व सूक्ष्म सिंचाई की समीक्षा करेंगे। इस दौरान सिंचाई,जनस्वास्थ्य व सूक्ष्म सिंचाई से संबंधित सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे।

कृषि मंत्री ने इस अवसर पर जिला बागवानी अधिकारी को निर्देश दिए कि गांव गिगनाऊ में बागवानी उत्कृष्टता केंद्र का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है उसमे तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि लोहारू में सब्जी मंडी का निर्माण करवाया जाएगा ताकि किसानों को सब्जी बेचने के लिए बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि किसानों को सब्जी की फसलों की पूर्ण जानकारी दी जाए। ढाणी डोला में ग्रामीणों की मांग पर बिजली की ढीली तार को खिंचवाने तथा ट्रांसफार्मर लगाने के लिए बिजली विभाग के एसडीओ का निर्देश दिए।

कृषि मंत्री ने कहा कि ढिगावा के बाईपास की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की हो जायेगी ताकि लोगों को जाम से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ढाणी में पेयजल पहुंचाया जाएगा। गांव वासियों की मांग पर उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि गांव में तालाब व जोहड़ को भरा जाए ।पाइप लाइन को भी ठीक किया जाए। उन्होंने ग्रामीणों से भी जानकारी ली कि प्रत्येक गांव में स्वच्छ पेयजल मिल रहा है ।कृषि मंत्री ने सब्जी उत्पादक किसानों से बातचीत की और सब्जी उत्पादन में आ रही बीज, खाद आदि परेशानियों की भी जानकारी ली। किसान जोगिंदर सिंह खरखड़ी व अशोक ढाणी ढोला ने कृषि मंत्री को बताया कि वह सब्जी उत्पादन में लाखों रुपए कमा रहे हैं बाकी किसानों को भी सब्जी की फसलों पर ध्यान देना चाहिए ताकि आय में बढ़ोतरी हो सके।

उन्होंने बताया कि किसानों की आय को दोगुना करने व फसल विविधीकरण के तहत लगाई गई बागवानी फसलों में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी बीमा योजना चलाई जा रही है। यह योजना किसानों को सब्जियों, फलों व मसालों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जोखिम से मुक्त कर फसल लागत की भरपाई करने में कारगर साबित होगी।

कृषि एवम् पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा देश का प्रथम प्रदेश बन गया है जहां मुख्यमंत्री बागवानी फसल बीमा योजना को लागू किया गया है इस योजना के लागू होने के उपरांत सब्जियों व फलों की फसलें जोखिम फ्री हो गई है सरकार ने किसानों की आय को बढ़ाने के लिए बागवानी को प्रोत्साहित कर रही है। इन योजनाओं लागू होने से बागवानी की खेती करने वाले किसान जोखिम फ्री हो गए हैंं। उन्होंने कहा कि खेती की घटती जोत और एनसीआर में ताजा फल व सब्जियों की मांग को पूरा करने के लिए किसानों के लिए बागवानी बेहतर विकल्प है।

बागवानी बीमा योजना किसानों को सब्जियों व फलों के भाव से जोखिम मुक्त कर उन्हें फसल का उचित दाम दिलाने में कारगर साबित हो रही है।

सरकार ने शुरू की 21 फसलों के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना,किसानों के लिए है एक अभूतपूर्व योजना

जेपी दलाल ने बताया कि सरकार द्वारा चलाई गई बागवानी बीमा योजना, बागवानी किसानों के लिए एक अभूतपूर्व योजना है। उन्होंने कहा कि बागवानी किसानों को विभिन्न कारणों से भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ता है। फसलों में बीमारी लगने, असमय वर्षा, तूफान, सूखा और तापमान बढऩेे जैसी आपदाओं से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन अब इस योजना के तहत 21 सब्जियों, फल और मसाले की फसलों को सुरक्षा कवर उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सब्जियों में टमाटर, प्याज, आलू, फूल गोभी, मटर, गाजर, भिंडी, घीया, करेला, बैंगन, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, व मूली वहीं फलों की फसलों में आम, किन्नू, बेर व अमरूद सहित मसालों में हल्दी व लहसुन की फसलों को सूचीबद्ध किया गया है।

इस योजना के अंतर्गत सब्जियों व मसालों पर तीस हजार रुपये प्रति एकड़ का बीमा किया जाएगा जिसके लिए किसान को 750 रुपये प्रति एकड़ भुगतान करना होगा। वहीं फलों की खेती पर एक हजार प्रति एकड़ का प्रीमियम देखकर किसान चालीस हजार रुपये प्रति एकड़ का बीमा करवा सकता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए उत्पादक का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है। इस अवसर पूर्व चेयरमैन राजीव श्योराण,कैप्टन रामफल श्योराण, निजी सचिव जेपी दुबे ,राजवीर दलाल, मुकेश सिंघानी, सत्येंद्र मान, कर्मवीर चैहड़,गजानंद अग्रवाल,सतबीर चैहड़,एडवोकेट संजय नेहरा, रोहताश लांबा , विधानसभा संयोजक सुनील सिरसी,नवनीत बारवास ,कमल सैनी ,महेश गांधी, सोनू शर्मा,बलवंत गोठड़ा,कमल मान सहित अनेक पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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