वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पिहोवा 16,नवंबर :- पिहोवा के शिवपुरी मार्ग ठाकुरद्वारा श्री गोविंद आनंद आश्रम में महंत बंसी पुरी जी के सानिध्य में आज संक्रांति के पर्व पर भजन संध्या आयोजित की गई । हर महीने की तरह सक्रांति का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ भजन संध्या के रूप में मनाया गया ।

महंत सर्वेश्वरी गिरि जी महाराज ने बताया की कार्तिक मास में श्री गोविंदानंद आश्रम में भागवत कथा चल रही थी जो की 20 अक्टूबर से आरंभ होकर आज सक्रांति के पर्व पर समापन किया गया ।समापन दिवस पर एक विशाल भंडारा भी किया गया । जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भोजन ग्रहण किया । कार्तिक मास के इस शुभ अवसर पर तुलसी विवाह भी रखा गया । जिसमें मुख्य यजमान ने तुलसी विवाह में शामिल होकर पुण्य कमाया । जिसमें नगर के समाजसेवी मुख्य यजमान बने ।

पिछले महीने की 20 अक्टूबर को श्रीमद्भागवत गीता प्रसंग में सर्वेश्वरी गिरि ने श्रद्धालुओं को प्रतिदिन भजन भाव सत्संग के साथ – साथ भागवत गीता के बारे में बताया की गीता का पाठ पढ़कर जो इस पर अमल कर ले तो वह जिंदगी में कभी दुखी नहीं रहता । गीता में दिए गए सार में हर समस्या का समाधान है । श्री कृष्ण ने गीता में उपदेश देकर अर्जुन को यही सिखाया था कि किसी भी तरह का अन्याय सहन करना या जानबूझकर पाप कर्म करना आने वाले जन्मों में इस कर्म का भुगतान करना पड़ता है । एक महीने से चली आ रही कार्तिक मास की कथा महंत सर्वेश्वरी गिरि जी द्वारा की जा रही थी।जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया ।

आज कि इस भजन संध्या में उपस्थित महंत बंसी पुरी जी महाराज, महंत सर्वेश्वरी गिरी जी, शीला रानी, प्रमिला, फूलवती वर्मा, सरिता रानी, सतीश धवन, बारू राम बंसल, रामकुमार, सुरेश वर्मा, अभी सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे ।

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