दिल्ली बॉर्डर पर बैठे लोगों का किसानों से कोई लेना-देना नहीं : जयप्रकाश दलाल

कृषि मंत्री बोले – कुछ जत्थेदार और राजनीतिक दल मिलकर इसे किसान आंदोलन का नाम दे रहे
हरियाणा देश का पहला राज्य जिसने बाजरा पर 600 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भरपाई दी
कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए पहुंचा रहे हरियाणा की अर्थव्यवस्था को नुकसान
ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस को जनता ने जमानत जब्त करवा कर कड़ा संदेश दिया

नारनौल। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने स्वार्थ के लिए किसानों का नाम लेकर हरियाणा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर पर बैठे लोगों का किसानों से कोई लेना-देना नहीं। बाहर से आए कुछ जत्थेदार और कुछ राजनीतिक दल मिलकर इसे किसान आंदोलन का नाम दे रहे हैं जबकि किसानों को इस आंदोलन से कोई मतलब नहीं है। किसान अपने खेत में व्यस्त हैं। श्री दलाल आज यहां पंचायत भवन में जिला लोक संपर्क एवं जन परिवेदना समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

श्री दलाल ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर बैठे कुछ स्वार्थी लोगों ने इस आंदोलन की आड़ में किसानों का बहुत नुकसान किया है। हर रोज दिल्ली में सब्जी दूध बेचकर गुजारा करने वाले किसान मजदूरों को आर्थिक चोट पहुंचाई है। इसके अलावा इन्होंने बॉर्डर के साथ लगने वाले शहरों के उद्योग धंधों को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है। इसके साथ ही इन उद्योगों में काम धंधा करने वाले नागरिकों को बेरोजगार कर दिया है। यह कुर्सी की लड़ाई है तथा राजनीतिक लड़ाई है। इससे किसानों का कोई लेना देना नहीं।

उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी और लाल झंडे वाले मिलकर इसे किसान आंदोलन का रूप देना चाहते हैं लेकिन वे इसमें पूरी तरह विफल रहे। हरियाणा का किसान अच्छी तरह समझता है कि उसके हित में क्या है।उन्होंने कांग्रेस पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि जनता ने कांग्रेस पार्टी को कड़ा संदेश ऐलनाबाद उपचुनाव में दे दिया है। वहां पर कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है। अब भी कांग्रेस को समझ जाना चाहिए कि राजनीति अपने झंडे को लेकर करनी चाहिए। किसान का झंडा लेकर राजनीति करना बंद करें।

श्री दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के आर्थिक उत्थान को कृतसंकल्प है। यही कारण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वत संज्ञान लेते हुए जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा नहीं करवाया था उन्हें भी मुआवजा देने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जिसने बाजरा पर 600 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भरपाई दी है। मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत किसान ने चाहे बाजरा बेचा हो या ना बेचा हो, उसके खाते में 600 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से सरकार ने राशि डाल दी है। लगभग 95 फ़ीसदी किसानों के खाते में राशि भेजी जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने जल प्रबंधन के माध्यम से दक्षिणी हरियाणा के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का काम किया है। सरकार मिकाडा के माध्यम से किसानों को टपका सिंचाई योजना व अपने खेतों में टैंक बनाने पर 70 से लेकर 90 फ़ीसदी तक अनुदान दे रही है। किसान मिकाडा की वेबसाइट पर जाकर इसका फायदा उठा सकते हैं।

श्री दलाल ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास तथा सबका विश्वास के सिद्धांत पर चल रही है। पहले की सरकारों में इलाकावाद व जातिवाद के हिसाब से विकास कार्य होते थे लेकिन इस सरकार ने हर क्षेत्र में हर वर्ग का एक साथ विकास किया है।

इस बैठक में नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव, भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रधान राकेश शर्मा के अलावा ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य मौजूद थे।

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