गठबंधन सरकार का कुप्रबंधन के चलते चौतरफा त्राहि-त्राहि मची है।

बाढड़ा जयवीर फोगाट,

6 नवम्बर,खाद की कमी के लिए पूर्णतया गठबंधन सरकार का कुप्रबंधन दोषी है। यह बात पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने उपमंडल के गांव आर्यनगर में ग्रामीणों से रूबरू होते हुए कही। उन्होंने कहा कि अगर समय से सरकार ने स्टॉक किया होता और पर्याप्त मात्रा में सप्लाई मंगवाई होती तो आज ये हालात ना होते। खट्टर सरकार कार्यकाल में दूसरी बार थानों में खाद बंट रही है और महिलाओं को भी घंटों लाईनो में खड़ा होना पड़ रहा है जो बेहद असहनीय और निंदनीय है। डीएपी के साथ यूरिया की भी कमी है।

उन्होंने कहा कि कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बावजूद पेट्रोल और डीजल के भाव रिकॉर्ड स्तर को छू चुके हैं। जिसके कारण बढ़ती महंगाई से गरीब और मध्यम वर्ग पर बड़ी मार पड़ रही है। सरकार का ध्यान सिर्फ अपने चहेते पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने पर लगा है। भाजपा के नेता जब विपक्ष में थे उस वक्त तेल के मूल्य में एक रुपए की वृद्धि होते ही अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते थे अब साल के भीतर 28 रुपए प्रति ली० बढ़ने पर सत्ताधारियों के मुंह पर ताले पड़े हुए हैं। गैस सिलेंडर के दाम हजार छूने से गृहणियों का रसोई का बजट बिगड़ गया है।

श्रुति चौधरी ने कहा कि बेरोजगारी के मामले में हरियाणा देशभर में पहले पायदान पर पहुंचने वाला है। मौजूदा सरकार में 42 पेपर लीक हो चुके हैं इससे युवाओं में भारी निराशा होने के साथ रोष व्याप्त है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तीन काले कानूनों के विरुद्ध देश भर के किसान मजदूर 700 से ज्यादा शहादतों के बाद भी साल भर से बेहद शांतिपूर्ण ढंग से आवाज बुलुन्द किये हुए हैं लेकिन मोदी सरकार अहंकार में भरी बैठी है और उनकी वाजिब मांगों को अनसुना कर रही है।

इस अवसर पर राजू मान, पूर्व सरपंच रामफूल, महिपाल आर्यनगर, दिलबाग नीमड़ी, विजय खोरड़ा, जगदीप सांगवान, अमित फतेहगढ़, हरकेश बलकरा, मामन जांगड़ा, रामोतार श्योराण, जगमाल, राजेंद्र, राजपाल, राजेश बेरला, प्रदीप हुई, अमित पातुवास, मंजीत इत्यादि मौजूद थे।

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