रोहतक 14 नवंबर2021 – भारतीय जनता पार्टी हरियाणा प्रदेश के मीडिया सह-प्रमुख शमशेर सिंह खरक ने सलमान खुर्शीद की पुस्तक “सनराइज ओवर अयोध्या” (Sunrise Over Ayodhya) में छपे हिंदुत्व विरोधी उनके दृष्टिकोण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश-प्रदेश के सभी समाचार पत्रों के मुख्य पृष्ठ पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद का एक बयान छपा है उन्होंने अपनी पुस्तक में लिखा भारत की सनातन संस्कृति,भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद,भारत की एकता एवं अखंडता,विश्व कल्याण की भावना सनातन परंपरा को यानी हिंदुत्व की (ISIS) यानी इस्लामिक स्टेट दुर्दांत आतंकवादी संगठन के साथ तुलना की है सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी किताब में द्वेषपूर्ण भावना के साथ किया गया उनके दोषपूर्ण लेखन का मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ ओर भर्त्सना करता हूँ । ये कॉंग्रेस की मानसिकता है अकेल सलमान खुर्शीद की नहीं ।
खरक ने कहा आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मानवीय मूल्यों के आधार पर जीने की बात पूरे विश्व में कही जाती है नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का मान-सम्मान बढ़ा है भारत पूरे विश्व की मानव जाति का कल्याण चाहता है जो भारत की संस्कृति का मूल मंत्र है “वसुधैव कुटुम्बकम्” सनातन धर्म का मूल संस्कार तथा विचारधारा है जिससे “धरती ही परिवार” माना गया है।
खरक ने कहा कि कॉंग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी पुस्तक में हिंदुत्व की परिभाषा को दूषित करने प्रयास किया है एक अच्छा हिंदुत्व और दूसरा खराब हिंदुत्व, हिंदुत्व के दो टुकड़ों में करना उनकी निम्न स्तर की सोच को दर्शाती है और इससे साफ जाहिर होता है कि वो हिंदुत्व के प्रति घृणा पैदा करने वाली सोच रखते हैं । इसलिए अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना बोको हरम और ISIS से कर रहे हैं।
खरक ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा सलमान खुर्शीद के द्वारा अपनी किताब में आर एस एस की तुलना बोको हरम और आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों से करना और कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के द्वारा जय श्री राम कहने वालों को निशाचर बताने वाले बयान देना कांग्रेस पार्टी एक सुनियोजित एजेंडे के तहत लगातार हिंदू धर्म का अपमान कर रही है।
शमशेर खरक ने कहा कि आज़ की कांग्रेस मुस्लिम लीग के विभाजनकारी एजेंडे पर चल रही है। यूपीए सरकार के दौरान कांग्रेस ने भगवा आंतकवाद जैसे शब्द को प्रचारित किया।
खरक ने कहा कि देश का दुर्भाग्य था कि 2004 में कांग्रेस को सत्ता मिली। हमारे देश में संविधानिक व्यवस्था के अनुसार सरकार के फैसले मंत्री मंडल में लिए जाते हैं।और जरूरत पड़ने पर संसद उसकी पुष्टि करती है। परन्तु कांग्रेस सरकार के समय फैसले एन ऐ सी ( राष्ट्रीय सलाहकार समिति) लेती थी। जिसकी अध्यक्षा सोनिया गांधी थी। वहां जो भी प्रस्ताव पारित होता था उसे मंत्री मंडल को उसे पास करना होता था। उसी समय कम्यूनल वायलैंस बिल (Communal Violence Bill) का जो मसौदा तैयार किया गया था उसमें प्रावधान किया गया कि यदि देश में कहीं भी साम्प्रदायिक दंगे होंगे तो बहुसंख्यक समुदाय को जिम्मेदार माना जाएगा। देश में बहुसंख्यक हिन्दू है।
खरक ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की सोच का यह अकेला उदाहरण नहीं है। और भी बहुत से तथ्य हमारे सामने हैं। जैसे तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कांग्रेस के जयपुर अधिवेशन में कहा था कि आर एस एस आतंकवादियों को प्रशिक्षण और हथियार देता है। बाद में लोकसभा में सुशील कुमार शिंदे को माफी मांगनी पड़ी। इसी प्रकार राहुल गांधी ने अमेरिका के राजदूत से मुलाकात के दौरान कहा था कि दुनिया को ज्यादा ख़तरा मुस्लिम आतंकवाद की बजाए हिंदू आतंकवाद से है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह तो लगातार कहते रहे कि 26/11 मुम्बई हमला आर एस एस ने करवाया था।
कांग्रेस का मुस्लिम लीग वाला एजेंडा यहीं नहीं रुका अपितु कांग्रेस ने राम मंदिर निर्माण को रूकवाने के लिए पूरा जोर लगा कर रखा। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ अभियान तक चलाया।
खरक ने कांग्रेस से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या कारण है राहुल गांधी अमेठी से सीधे वायनाड पहुंचे ? क्यों उन्हें देश के बाकी 543 लोकसभा क्षेत्रों में से वायनाड ही पसंद आया? क्योंकि वायनाड मुस्लिम बहुल क्षेत्र है ? कांग्रेस अपनी तुष्टिकरण की सोच के कारण अपने नेताओं से हिंदू धर्म और हिंदूत्व का अपमान करवाती है। और देश के बहुसंख्यक समाज को धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाकर अपना उल्लू सीधा करती रही है। परन्तु देश का जागरूक मतदाता कांग्रेस के एजेंडे का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है।