जांच पूर्ण होने तक सभी सरकारी विज्ञप्तियों का बहिष्कार रहेगा

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। सच लिखना वे काले कारनामों को उजागर करना अगर अपराध है तो यह अपराध कलमकार बार-बार करने को तैयार है चाहे इसके लिए कोई भी सजा मिले वह हमें हंसते हंसते स्वीकार है। उक्त बयान शनिवार को मंडीअटेली के पत्रकारों ने एक बैठक में व्यक्त किए। मंडीअटेली थाने में सामान्य अस्पताल के टेक्नीशियन की शिकायत पर दो पत्रकारों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत झूठा मामला दर्ज कराने के विरोध में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें निर्णय लिया गया कि कलमकारों पर इस तरह से दबाने का प्रयास किया जाएगा तो कोई भी सच्चाई को उजागर नहीं कर पाएगा इसलिए सरकार से मांग की गई की मामले की गंभीरता से जांच की जाए ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके।

सामान्य अस्पताल के द्वारा जांच में दी गई दलील में भी सवाल यह प्रश्न उठ रहे हैं की सीसी कैमरे लगे होने के बावजूद भी वह फुटेज पुलिस प्रशासन के सामने पेश नहीं कर रहे इससे यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दाल में खोटे। उल्लेखनीय है कि गत 6 नवंबर को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार हरेंद्र यादव वे पीयूष सोनी जनता के साथ हो रहे अन्याय को लेकर सामान्य अस्पताल में सामान्य तरीके से कवरेज करने पहुंचे थे उन्होंने लैब टेक्नीशियन से मुलाकात करके पूरे मामले को कैमरे में कैद किया समाचार प्रकाशित होते ही लैब टेक्नीशियन तीन रोज बाद पुलिस थाने में जातिसूचक, सरकारी कार्य में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी देने का अटेली थाने में मामला दर्ज करा दिया जो सरासर झूठा है। 

पत्रकार पत्रकारिता के नियमों के अनुसार कवरेज करने गए थे ने की कोई आतंकवादी बन के जो उन्होंने सच्चाई देखी उसी के आधार पर खबर को प्रकाशित किया इस मामले को लेकर जिला महेंद्रगढ़ के पत्रकारों की एक बैठक मीडिया सेंटर में आयोजित की गई जिसके आधार पर जिला उपायुक्त को मामले की जांच करने के लिए ज्ञापन सौंपा गया। गौर करने लायक बात यह है कि थाना प्रभारी राजेंद्र यादव के समक्ष दोनों ही पक्ष विपक्ष उपस्थित हुए थे उनके प्रश्न अनुसार एक दूसरे को नहीं जानते थे बावजूद इसके एससी एक्ट लगाना यह प्रतीत करता है की पत्रकारिता को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

शनिवार को एक बैठक का आयोजन मंडीअटेली  में हरियाणा यूनियन पत्रकार संघ के ब्लॉक अध्यक्ष आनंद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें यूनियन के जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र सोलंकी विशेष रुप से मौजूद रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक मामले की जांच पूर्ण रूप से नहीं होती तब तक सरकार की विज्ञप्ति व कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाता है। इस अवसर पर सुभाष यादव, विनोद शर्मा, सतेंदर यादव, मनोज बुलान व नीरज कुमार आदि समस्त पत्रकार मौजूद रहे।

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