यह सांकेतिक हड़ताल भविष्य में और भी कड़ा निर्णय लिया जाएगा. डॉक्टर्स ने अस्पताल परिसर में एकत्रित होकर जताया विरोध फतह सिंह उजालागुरुग्राम। हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग में स्पेशलिस्ट कैडर बनाने, पीजी डॉक्टर्स के लिए 40 प्रतिशत कोटा निर्धारित करने और एसएमओ की सीधी भर्ती के निर्णय को रद्द करने की मांग पर शुक्रवार को नागरिक अस्पताल के डॉक्टर्स ने दो घंटे की हड़ताल की। शुक्रवार को नागरिक अस्पताल के डॉक्टर्स नागरिक अस्पताल सेक्टर-10 के गेट नंबर-2 के बाहर एकत्रित हुए। सभी महिला, पुरुष डॉक्टर्स ने एक स्वर में कहा कि उनकी मांगों को अगर सरकार नहीं मानती है तो आगे भी हड़ताल की जाएगी। यह तो सांकेतिक हड़ताल थी। भविष्य में और भी कड़ा निर्णय लिया जाएगा। यहां वरिष्ठ चिकित्सक डा. एमपी सिंह, डॉक्टर्स की यूनियन के जिला प्रधान डा. केशव शर्मा के मुताबिक सरकार डॉक्टर्स को आश्वासन तो देती है, लेकिन मांगों का समाधान नहीं करती। लंबे समय से डॉक्टर्स सरकार से बात करते आ रहे हैं। सरकार ने उनकी मांगों को दरकिनार कर रखा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स का कोई कैडर नहीं है। यह बनाने के लिए सरकार से मांग की जा रही है। अगार यह कैडर बन जाता है तो स्वास्थ्य विभाग में नए स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स ज्वाइन करेंगे। इससे मरीजों को लाभ मिलेगी। इसके अलावा डॉक्टर्स को पीजी के लिए 40 प्रतिशत कोटा दिया जाए। सबसे महत्वपूर्ण मांग है कि हरियाणा में एसएमओ के पदों पर सीधी भर्ती सरकार करने जा रही है। जो कि उन डॉक्टर्स के साथ अन्याय है, जो परमोशन के इंतजार में हैं। उन डॉक्टर्स की परमोशन एसएमओ के पदों पर होनी है। अगर सरकार इन पदों पर सीधी भर्ती करेगी तो परमोशन का इंतजार कर रहे डाक्टर्स कहां जाएंगे। दो घंटे की यहां हड़ताल करके डॉक्टर्स ने सरकार को संदेश दिया है कि उनकी मांगों पर गंभीरता दिखाई जाए। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष डा. जय सिंह मलिक, महासचिव डा. अरुण सैनी, शुभा बंसल समेत काफी संख्या में डॉक्टर उपस्थित रहे। डॉक्टर्स की हड़ताल से अनजाम मरीज व उनके तिमारदार सुबह ही अस्पताल पहुंचकर कार्ड बनवाने की लाइनों में लग गए थे। उनके कार्ड तो बन गये, लेकिन ओपीडी में डॉक्टर्स नहीं होने के कारण वे इधर-उधर भटकते रहे। Post navigation गुरुग्राम का नामी डॉक्टर निकला करोड़ों की चोरी का मास्टमाइंड, एसटीएफ टीम ने किया गिरफ्तार नशे से दूर रहें युवा, हर आपदा को अवसर बनाएं: डा. डीपी गोयल