चंडीगढ़, 11 नवंबर: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री. मनोहर लाल ‘गोपाष्टमी’ के शुभ अवसर पर  पिंजौर के ‘कामधेनु गौशाला सेवा सदन’ पहुंचे।
  श्री  मनोहर लाल ने गौशाला स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना की और उसके बाद उन्होंने गडवासु, लुधियाना के प्रतिनिधियों और वैज्ञानिकों से मुलाकात की जो देशी गायों के गोबर से  एम्बरयो ट्रांसप्लांटेशन और खाद पर शोध कर रहे हैं।  गायों की स्थिति में सुधार लाने और दूध देने की क्षमता में वृद्धि करने की दिशा में एम्बरयो ट्रांसप्लांटेशन एक क्रांतिकारी कदम है।

श्री मनोहर लाल ने गौशाला की ‘अर्कशाला’ का भी दौरा किया, जहां गाय के गोबर से प्राप्त जैविक उत्पादों का प्रसंस्करण किया जा रहा था। यहां जैविक फिनाइल, गौ अर्क , तुलसी और गिलोय के उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है जिन्हें खुले बाजार में बेचा और निर्यात किया जाता है।  उन्होंने देशी गाय के दूध को कांच की बोतलों में पैक करने की प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया।  उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में गौशाला के प्रयासों की सराहना की ।

 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री  मनोहर लाल  ने ‘गोपाष्टमी’ के अवसर पर  प्रदेश वासियो को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।  उन्होंने कहा कि देशी गायों के दूध में बहुत अधिक पोषक तत्व होते हैं।  गाय के गोबर के अवशेषों से बने जैविक उत्पादों में काफी संभावनाएं हैं जो वैज्ञानिक प्रमाणों द्वारा भी समर्थित हैं।  उन्होंने कहा कि जैविक डीएपी में भारतीय कृषि प्रणाली में क्रांति लाने की क्षमता है।

हरियाणा सरकार ने गौशालाओं और गायों की दशा सुधारने के लिए अथक प्रयास किया है।  गो तस्करी रोकने के लिए  10 साल कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है.  गायों के खिलाफ गंभीर अपराध मे 1 लाख रुपए तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है।  जिला टास्क फोर्स कमेटियों का भी गठन किया गया है।  गौशालाओं की परिचालन लागत को कम करने के लिए   2 रुपए प्रति यूनिट बिजली बिल में छूट दी गई है।  हरियाणा गोवंश अनुसंधान केंद्र के सालाना बजट को बढ़ाकर 30 करोड़  रुपए  से  50 करोड़ किया  गया है जिसमें 30 करोड़ रुपये चारे के लिए और 20 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे के विकास के लिए उपयोग किए गए हैं।  उन्होंने कहा कि गौशाला जगमग योजना के तहत निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिसमें 330 गौशालाओं में सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं और हम इस योजना के तहत और अधिक गौशालाओं को कवर करने के लिए त्वरित गति से आगे बढ़ रहे हैं। नई गौशाला खोलने के लिए दीर्घकालीन पट्टे का प्रावधान किया गया है, जिसके तहत   1000 रुपए- प्रति एकड़ की दर से जमीन दी जा रही है।  उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसे जैविक उत्पादों को प्रमाणित करने की दिशा में काम कर रही है जिन्हें खुले बाजार में बेचा और निर्यात किया जा सकता है।  इस तरह के विनिर्माण की स्थापना 6 जिलों में की जाएगी । इस तरह की पहल को बढ़ावा देने के लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया जाएगा।
 मुख्यमंत्री ने कामधेनु गौशाला सेवा सदन पिंजौर को 21 लाख रुपए और सांसद श्री रतन लाल कटारिया ने 11 लाख रुपए  का योगदान दिया।  
इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व सांसद श्री रतन लाल कटारिया, पूर्व विधायक कालका श्रीमती  लतिका शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री.  अंकुर गुप्ता, प्रधान सचिव विदेश सहयोग विभाग श्री योगेंद्र चौधरी मौजूद रहे।

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