भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा पर दर्ज करो केस, किसानों ने प्रशासन को चेताया – नहीं तो SP ऑफिस में देंगे धरना

किसानों का कहना है कि कुलदीप सातरोड के साथ शुक्रवार को नारनौद में आए भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के साथियों ने मारपीट की थी, जिसकी वजह से वो घायल हो गए थे. लेकिन पुलिस का दावा है कि कुलदीप सातरोड को मिर्गी के दौरे आने की वजह और दिमाग की नस फटने से जमीन पर गिर गए थे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था. किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा कि प्रशासन का व्यवहार किसानों के प्रति अच्छा नहीं है. बिना किसी मामले के किसानों पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस प्रशासन उनको निरस्त करें और रामचंद्र जांगड़ा और उनके पीए के खिलाफ मामला दर्ज करें.

हांसी. नारनौंद में भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के घेराव के दौरान हुए विवाद के मामले में शनिवार को किसानों ने नारनौंद थाना परिसर में पंचायत बुलाई. इस दौरान फैसला लिया गया कि प्रशासन ने अगर इस मामले में 7 नवंबर तक विचार नहीं किया तो 8 नवंबर को हांसी SP कार्यालय का घेराव करेंगे. किसानों ने पंचायत में ऐलान किया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक उनका धरना नारनौंद थाना परिसर में जारी रहेगा. वहीं धरना स्थल पर पूरा दिन राकेश टिकैत का इंतजार होता रहा, देर शाम तक भी वह नहीं पहुंचे सके. राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की गाड़ी पर हमला करने वाले 3 नामजद किसानों सहित अन्य किसानों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसको लेकर किसान पिछले दो दिनों से थाने का घेराव करके वहीं पर धरना दिए हुए हैं.

शनिवार की सुबह से ही प्रदेशभर से किसानों का आवागमन शुरू हो गया था. इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने पहले से ही पूरी तैयारी कर ली थी. सुरक्षा का लिहाज से एक पुलिस अधीक्षक (SP), चार DSP, 10 इंस्पेक्टर सहित पुलिस की 4 कंपनियां और CRPF की तैनाती की गई थी, ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना घटित हो

किसानों पर दर्ज मुकदमा खारिज हो

किसानों की बैठक दोपहर को हुई जिसमें खापों के प्रतिनिधियों ने अलग से बैठक करके निर्णय लिये गए. शाम को किसान नेता धर्मपाल बड़ाला, विकास सीसर ने ऐलान किया कि हमारी प्रशासन से दो मुख्य मांगे हैं. किसानों की मांग है कि उनके किसान साथियों पर दर्ज मुकदमों को तुरंत खारिज किया जाए. वहीं किसान कुलदीप के घायल होने के मामले में राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा और उनके साथियों पर मामला दर्ज किया जाए.

व्यवहार किसानों के प्रति अच्छा नहीं है

किसानों का कहना है कि कुलदीप सातरोड के साथ शुक्रवार को नारनौद में आए राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के साथियों ने मारपीट की थी जिसकी वजह से वो घायल हो गए था. लेकिन पुलिस का दावा है कि कुलदीप सातरोड को मिर्गी के दौरे आने की वजह और दिमाग की नस फटने से वह जमीन पर गिर गए था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया. किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा कि प्रशासन का व्यवहार किसानों के प्रति अच्छा नहीं है.

8 नवंबर को करेंगे SP का घेराव

बिना किसी मामले के किसानों पर  झूठे मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस प्रशासन उनको निरस्त करें और रामचंद्र जांगड़ा और उनके पीए के खिलाफ मामला दर्ज करें. हमारे पास पुख्ता सबूत हैं और जल्द ही हम इसकी लिखित शिकायत पुलिस प्रशासन को भी देंगे. किसान नेता विकास सीसर व रवि आजाद ने कहा 8 नवंबर को पुलिस अधीक्षक का घेराव किया जाएगा. उस दिन पूरा हरियाणा हिला देंगे. इसके लिए सभी किसान संगठन अपनी पूरी ताकत लगा देना. सरकार लोगों को लड़ाने का काम कर रही है, लेकिन हम शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं.

किसान इस वजह से कर रहे हैं धरना प्रदर्शन

हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को शुक्रवार को किसानों का भारी विरोध झेलना पड़ा. किसानों के एक समूह ने हरियाणा के हिसार जिले में सांसद को काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सांसद जांगड़ा यहां एक धर्मशाला का उद्घाटन करने आए थे. किसानों को इस बात की भनक लगी तो वे मौके पर पहुंचे और बीजेपी सांसद के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की, लेकिन किसान आक्रामक हो गए और उन्होंने सांसद की कार के शीशे तोड़ डाले. पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था. पुलिस और किसानों के बीच कई बार हल्की झड़प भी हुई.

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