डीएसपी ने बताया कि योगेश को ऑनलाईन गेम खेलने की लत थी और उसी से उस पर करीब पांच लाख रुपए का कर्ज हो गया था. इसी कर्ज को उतारने के लिए उसने पहले अपनी पत्नी के जेवरात गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया और बाद में उन्हीं जेवरात को छुड़ाने के लिए अपने अपरहण की साजिश रची. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी से अन्य जानकारियां जुटाने का प्रयास शुरू कर दिया है.

रोहतक –  झज्जर पुलिस ने एक ऐसे युवक को काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया है जिसने ऑनलाइन गेम में हर का कर्ज उतारने के लिए अपने अपहरण की खुद साजिश रची. बदले में वॉयस मैसेज भेजकर परिजनों से पांच लाख रुपए फिरौती की रकम मांगी. आरोपी झज्जर के गांव जहांगीरपुर का रहने वाला है, जिसे तीन टीमें बनाकर जिला पुलिस ने गुरुग्राम से काबू कर लिया.

इस मामले में डीएसपी राहुल देव शर्मा ने पूरे प्रकरण का खुलासा किया. डीएसपी राहुल देव शर्मा बताया कि उन्हें 112 नम्बर डॉयल पर सूचना मिली थी कि गांव जहांगीरपुर के योगेश पुत्र कृष्ण नामक युवक का अपहरण हो गया है. बदले में अपहरणकर्ताओं ने योगेश के परिजनों से पांच लाख रुपए की फिरौती की रकम वॉयस मैसेज भेजकर मांगी है.

लोकेशन सर्च करने का किया प्रयास

इसी सूचना पर पुलिस हरकत में आई और जिस मोबाइल सिम से वॉयस मैसेज आया था उसी को सर्विलेंस पर लगाकर लोकेशन सर्च करने का प्रयास किया. मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की तीन टीमें डीएसपी राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में गठित की गई. शुरू में लोकेशन उत्तम नगर दिल्ली की आई. पुलिस उत्तम नगर दिल्ली में पूरी रात अपहरणकर्ताओं को पकड़ने की जुगत में सड़क छानती रही, लेकिन जैसे ही सुबह हुई पुलिस को लोकेशन गुरुग्राम के सेक्टर- 51 की मिली.

 स्वयं रची अपहरण की साजिश

पुलिस ने उसी समय चुस्ती और दक्षता का परिचय देते हुए सर्विलेंस से मिली लोकेशन के आधार पर आरोपी को काबू कर लिया. पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद ही खुलासा हुआ कि अपहरणकर्ता कोई ओर नहीं बल्कि स्वयं योगेश है, जिसने अपने अपहरण की साजिश स्वयं ही रची थी. उसने इसके लिए अपनी दूसरी सिम का उपयोग किया था.

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