बाबा हरदेवा के लिए हजारों श्रद्धालुओं की श्रद्धा अपनी चरम पर पहुंची.
धूमधाम और भव्य तरीके से किया गया बाबा हरदेवा का 14 वां जागरण.
वृंदावन से पधारे प्रख्यात भजन गायक चित्र-विचित्र रहे मुख्य आकर्षण

फतह सिंह उजाला

पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी इलाके में पटौदी रेलवे स्टेशन के साथ मौजूद जाटोली में बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में बाबा हरदेवा का 14वां जागरण धूमधाम श्रद्धा पूर्वक और भव्य तरीके से मनाया गया । इससे पहले बाबा हरदेवा की धवल प्रतिमा को नए वस्त्र धारण करवा कर अलौकिक श्रृंगार किए गए रथ पर पधारा गया और इसके बाद में बाबा हरदेवा प्रतिमा की शोभा यात्रा बाबा हरदेवा मंदिर परिसर से लेकर संपूर्ण हेली मंडी क्षेत्र के विभिन्न बाजारों और वार्ड से गाजे बाजे के साथ में निकाली गई। इस शोभायात्रा में भगवान शंकर, राधा कृष्ण और राम दरबार सहित विभिन्न देवी देवताओं की झांकियां भी शामिल रही।

बाबा हरदेवा के इस 14वें जागरण सहित धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन बाबा हरदेवा मित्र मंडल जटौली हेलीमंडी टोडापुर के द्वारा किया गया । इस मौके पर मुख्य रूप से प्रवीण कौशिक, चंचल शर्मा, गौरव शर्मा, शेर सिंह चौहान, शैलेश अग्रवाल, महेश शास्त्री, राजेश अग्रवाल, बाबा हरदेवा के वंशज पुजारी राजेंद्र शर्मा, सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे । बाबा हरदेवा की नगर परिक्रमा से पहले बाबा हरदेवा मंदिर से उनकी प्रतिमा को श्रद्धा पूर्वक श्रद्धालुओं के द्वारा बाबा हरदेवा के जयकारे लगाते हुए भव्य तरीके से सजाए गए रथ पर विराजा गया । तमाम श्रद्धालु और बाबा हरदेवा के भक्त हाथों में भगवा ध्वज लिए और बाबा हरदेवा के भजनों पर संपूर्ण परिक्रमा के रास्ते में मस्ती से झूम के नाचते चलते रहे । इसके उपरांत बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में ही रात्रि जागरण के दृष्टिगत बाबा हरदेवा की प्रतिमा को स्थान उपलब्ध करवाया गया। पटौदी रेलवे स्टेशन के बगल में ही मौजूद बाबा हरदेवा मंदिर परिसर को रंग बिरंगी बिजली की रोशनीओं से रोशन किया गया । भव्य तरीके से रंगीन लड़कियों से बाबा हरदेवा मंदिर का किया गया श्रृंगार भी श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा।  

गौरतलब है कि बाबा हरदेवा गौ प्रेमी और गौ संरक्षण के साथ-साथ अपने गौ प्रेम के लिए विख्यात रहे हैं। बाबा हरदेवा के तपोबल सहित विभिन्न चमत्कारों की वजह से, उनके प्रति दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, यूपी तक श्रद्धालुओं के बीच में अटूट श्रद्धा और विश्वास आज भी कायम है । बाबा हरदेवा की याद में आयोजित 14वें विशाल भव्य जागरण में वृंदावन के विख्यात भजन गायक चित्र और विचित्र मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे । इसके साथ ही बाबा हरदेवा का गुणगान करने के लिए बरेली से भजन गायक अंजली द्विवेदी, आगरा से राजू बावरा सहित अन्य भजन गायक भी पहुंचे। बाबा हरदेवा के दरबार में अखंड ज्योति प्रज्वलित किया जाने के साथ ही यहां पहुंचे जाने-माने भजन गायकों के द्वारा बाबा हरदेवा के अभी तक के चमत्कारों को केंद्र में रखकर लिखे गए नए-नए भजन श्रद्धालुओं के बीच जब प्रस्तुत किए गए तो श्रद्धालु भी बाबा के दरबार में अपने आप को झूमने और नाचने से नहीं रोक सके । इस भव्य आयोजन के मौके पर व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने के लिए बाबा हरदेवा के भक्तों और श्रद्धालुओं के द्वारा अपनी सेवाएं उपलब्ध करवाई गई ।

बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में शनिवार को बाबा हरदेवा का दर्शन करने और उनके चरण चिन्ह पर नतमस्तक होकर मन्नत मांगने के साथ-साथ मनोकामना पूरी होने वाले श्रद्धालुओं का दर्शन लाभ के लिए तांता लगा रहा । गौ प्रेमी और गौ संरक्षक बाबा हरदेवा के विषय में आज भी गांव जटोली सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बुजुर्ग उनके द्वारा दिखाए गए चमत्कारों को जब याद करते हैं तो आंखों में अलग ही चमक दिखाई देती है । बड़े बुजुर्गों के मुताबिक बाबा हरदेवा के पास अनगिनत गाय मौजूद थी और प्रत्येक गाय का उनके द्वारा अलग-अलग नाम रखा गया था। जिस गाय का नाम लेकर बुलाते थे, तो वही गाय बाबा हरदेवा के पास दौड़कर चली आती थी। बाबा हरदेवा के बताए गए चमत्कारों पर आधारित विभिन्न प्रकार की शॉर्ट फिल्में,  डॉक्यूमेंट्री और अनेक भजन अलग-अलग कंपनियों के द्वारा तैयार कर श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध करवाए गए हैं । आज भी बाबा हरदेवा का जो चमत्कार सबसे अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है , वह है अंग्रेजी शासनकाल के दौरान जिस स्थान पर बाबा हरदेवा गायों के साथ उनकी सेवा में लगे रहते थे उसी स्थान से ही रेलवे लाइन बिछाने का जबर्दस्ती प्रयास किया गया । इसके बाद में जब ट्रेन के आवागमन का ट्रायल लिया गया तो बाबा हरदेवा मंदिर परिसर के पास पहुंचकर इंजन जाम हो गया । इंजन को सही करने के लिए इंजीनियर और विशेषज्ञ कई दिनों तक प्रयास करते रहे। जब कामयाबी नहीं मिली तो किसी के द्वारा बताया गया की बाबा हरदेवा से जाकर प्रार्थना की जाए तो समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके बाद में बिना कुछ किए इंजन भी ट्रेन को लेकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गया।

इसी प्रकार से बुजुर्गों के मुताबिक मौजूदा बाबा हरदेवा मंदिर परिसर के बगल में ही एक खेत में कुआं है। इस कुएं में भी सैकड़ों वर्ष से पानी की एक बूंद एक तक नहीं जमा हो सकी है, भले ही इस क्षेत्र में कितनी ही अधिक और जबरदस्त बरसात क्यों ना होती रहे। बुजुर्गों के मुताबिक बाबा हरदेवा की गाय को जब प्यास लगी तो उस समय कुए के मालिक को कहा गया था की गायों को पानी पिलाना है, लेकिन कुएं के मालिक ने बाबा हरदेवा की इस बात को अनसुना कर दिया । उसके बाद से आज तक बाबा हरदेवा मंदिर के बगल में ही यह कुआं पूरी तरह से बिना पानी के ही सूखा पड़ा हुआ है। ऐसे एक नहीं अनेक चमत्कार बाबा हरदेवा के द्वारा किए गए , आज भी बुजुर्गों की जुबान पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। बाबा हरदेवा के वार्षिक जागरण के अलावा प्रत्येक वर्ष होली के दिन भी बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में दंगल का आयोजन किया जाता है । बुजुर्गों के मुताबिक होली पर्व के मौके पर बाबा हरदेवा अपनी गौशाला परिसर में मौजूद गुफा में ध्यान लगाने के लिए गए थे और उसके बाद से बाबा हरदेवा को किसी के द्वारा भी नहीं देखा गया ।

आज पटौदी रेलवे स्टेशन के बगल में ही विशाल और भव्य बाबा हरदेवा मंदिर अनगिनत लोगों और श्रद्धालुओं के बीच श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है । क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति नया काम करें , विवाह इत्यादि हो, या फिर संतान प्राप्ति के उपरांत आयोजन हो या फिर चुनाव का समय हो। ऐसे तमाम मौकों पर सबसे पहले बाबा हरदेवा मंदिर में पहुंचकर बाबा हरदेवा की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। लोगों के बीच में यह भी मान्यता है कि बाबा हरदेवा के चरणों में सच्चे मन से की गई मन्नत हर हालत में अवश्य पूरी होती है।

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